ईसाई सीपीएम कार्यकर्ता की पत्नी और बच्चे का जबरन धर्मांतरण, शिकायत करने पर पार्टी से निष्कासित
By वैशाली कुमारी | Published: June 25, 2021 05:01 PM2021-06-25T17:01:52+5:302021-06-25T17:01:52+5:30
सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के ईसाई कार्यकर्ता 45 वर्षीय पीटी गिलबर्ट ने इस मुद्दे को अपनी पार्टी के सामने उठाया था जिसके बाद उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
केरल के मलप्पुरम जिले में चालीस वर्षीय महिला और उसके बेटे का जबरन धर्म परिवर्तन का मामला सामने आया है।
महिला के पति ने मोहल्ले वालों के ऊपर धर्म परिवर्तन का आरोप लगाया है। सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के ईसाई कार्यकर्ता 45 वर्षीय पीटी गिलबर्ट ने इस मुद्दे को अपनी पार्टी के सामने उठाया था जिसके बाद उसे पार्टी से निष्कासित कर दिया गया।
गिलबर्ट ने कहा कि उसकी 40 वर्षीय दूसरी पत्नी और 13 वर्षीय बेटे का जबरन धर्म परिवर्तन किया गया और अब वे कोझीकोड में स्थित थर्बियाथुल इस्लामिक सेंटर की हिरासत में हैं। गिल्बर्ट बताया कि उसके कुछ पड़ोसियों ने धर्म परिवर्तन के लिए उसकी पत्नी को 25 लाख रुपये, एक घर और पांच सेंट जमीन की पेशकश की थी।
उन्होंने ये भी कहा कि अपनी पत्नी और बेटे के जबरन धर्म परिवर्तन का विरोध करने के कारण उन्हें पार्टी से निकाल दिया गया। खबरों के मुताबिक पीटी गिलबर्ट मूल रूप से कन्नौज जिले के इरिट्टी इलाके के रहने वाले हैं। वह सीपीएम पार्टी की निरोल पाल शाखा के कार्यकर्ता हैं।
गिल्बर्ट ने बताया कि मैंने अपनी शादी के चार साल बाद दूसरी शादी अपनी पत्नी की बहन के साथ की, जो उससे तीन साल बड़ी है। मैं अपनी दूसरी शादी के बाद थेनहिप्पलम चला गया क्योंकि स्थानीय लोग मेरी दो शादियों के खिलाफ थे। गिल्बर्ट ने बताया कि उनकी दूसरी शादी कानूनी नहीं है।
करीब तीन किलोमीटर की दूरी पर रहने वाली दोनों पत्नियों के बीच कोई गलतफहमी नहीं थी। मुझे लगभग 15 साल पहले कन्नूर से बाहर जाना पड़ा, क्योंकि हम हम एक दूसरे से बहुत प्यार करते थे मेरी छोटी पत्नी मुझे नहीं छोड़ सकती थी उनका भाई ही हमें यहां लाया था।
गिल्बर्ट ने कहा कि उसकी जिस पत्नी ने इस्लाम धर्म अपना लिया है, वह रोजाना चर्च में जाती थी। गिल्बर्ट की पहली पत्नी और दो बच्चे कोहिनूर में और दूसरे निरोलपालम में रहते हैं। बच्चे और परिवार चर्च से जुड़े हुए थे। एक पत्नी कोंडोट्टी के चर्च में जाती थी और दूसरी कोहिनूर के पास एक चर्च में जाती थी।
गिल्बर्ट ने बताया कि उसकी पत्नी एक बेकरी के दुकान पर काम करती थी। दुकान पर एक शख्स और बुशरा नाम की महिला ने बेटे और पत्नी का धर्म परिवर्तन कराया।गिल्बर्ट ने बताया कि वह एक टैक्सी ड्राइवर है। जैसे ही वह काम के लिए निकलता था, तभी पड़ोस की मुस्लिम महिलाएं घर पर आ जाती थीं और परिवार के सदस्यों को धर्म परिवर्तन के लिए उकसाती थीं।
घर आने वाले लोगों में दो शख्स सत्ताधारी पार्टी सीपीएम के भी थे। गिल्बर्ट ने कहा लगभग 15 दिनों पहले ही मुझे पता चला कि वे सभी मिलकर मेरी पत्नी और बेटे का धर्म परिवर्तन कराना चाहते थे। जब अपनी पत्नी और बेटे को जबरन धर्म परिवर्तन से बचाने के लिए शिकायत की, तो उन्हें पार्टी से निष्कासित कर दिया गया। पीटी गिल्बर्ट ने इस बात की शिकायत जिले के एसपी और मुख्यमंत्री से भी की है।