Delhi Fire Services: राजधानी दिल्ली में केजरीवाल सरकार के द्वारा पटाखों पर पूर्ण रूप से बैन लगाया गया था। लेकिन दिवाली के मौके पर दिल्ली में भारी मात्रा में पटाखे छोड़े गए। जिसके चलते कई जगहों पर आगे लगने की घटनाएं हुई। दिल्ली फायर विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि आग लगने की घटना जितनी पिछले साल हुई थी, इस साल भी ऐसी ही रही है।
इस साल 208 कॉल हमें प्राप्त हुई है। उन्होंने बताया कि पीक ऑवर में 195 कॉल मिली हैं। उन्होंने कहा कि सदर बाजार के डिप्टीगंज से सामने आग लग गई थी। यह बड़ी आग की घटना रही, जिसे काबू करने के लिए 24 दमकल गाड़ियां भेजी गईं। इसके अलावा कोई आग की बड़ी घटना नहीं हुई है, और न ही किसी के हताहत होने की खबर है।
22 कॉल पटाखों से संबंधित मिली
दिल्ली फायर विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि दिल्ली में पटाखे बैन थे। लेकिन हमें दिल्ली के अलग अलग इलाकों से पटाखों से संबंधित आग लगने की कॉल मिली है। ऐसा नहीं था कि किसी एक इलाके से कॉल मिली हो। उन्होंने बताया कि जब आग की कॉल मिलती है तो फायर विभाग के कर्मचारी पहुंचते हैं, वहां लोगों के द्वारा बताया जाता है कि पटाखे से आग लगी है। इस आधार पर कहा जाता है कि पटाखे से आग लगी। उन्होंने कहा कि दिवाली को देखते हुए और सभी कर्मचारी ड्यूटी पर थे। सभी की छुट्टी कैंसल की गई थी।
इन तीन इलाकों में आई सबसे ज्यादा कॉल
दिल्ली के शास्त्री नगर, सुल्तानपुर और ईस्ट ऑफ कैलाश से आग लगने की घटना अधिक रहीं है। दिल्ली फायर विभाग के प्रमुख अतुल गर्ग ने बताया कि सबसे ज्यादा कॉल रात 10 बजे से 11 बजे के बीच आईं, खासकर शास्त्री नगर, सुल्तानपुर और ईस्ट ऑफ कैलाश जैसे इलाकों से। उन्होंने बताया दिल्ली की संकरी गलियों में आग बुझाने के लिए 23 संवेदनशील स्थानों पर 25,000 से अधिक कर्मियों को तैनात किया था।