कोलकाता के बाद मुंबई की महिला डॉक्टर पर हमला, नशे की हालत में मरीज और रिश्तेदार जिम्मेदार- रिपोर्ट
By आकाश चौरसिया | Updated: August 18, 2024 12:33 IST2024-08-18T12:18:47+5:302024-08-18T12:33:16+5:30
कोलकाता रेप-मर्डर केस के बाद अब मुंबई में महिला रेजिंडेंट डॉक्टर के साथ मरीज और उसके रिश्तेदारों ने नशे की हालत में तड़के 3:30 बजे उस पर हमला कर दिया। दूसरी तरफ अभी देशव्यापी विरोध प्रदर्शन जूनियर डॉक्टर कर रहे हैं।

फोटो क्रेडिट- एक्स
मुंबई:कोलकाता के आरजी कर अस्पताल में रेजिडेंट डॉक्टर के साथ रेप और मर्डर की वारदात ने पूरे देश को हैरान में डाल दिया और इस कारण देश में विरोध प्रदर्शन जारी है। वहीं अब महाराष्ट्र की राजधानी और देश की आर्थिक नगरी से खबर आ रही है कि एक जूनियर महिला डॉक्टर पर नशे में धुत्त मरीज और उसके रिश्तेदारों ने हमला रात आधी रात को कर दिया।
मुंबई के सायन में एक भयावह घटना सामने आई, जहां रविवार तड़के मरीज और रिश्तेदारों ने एक महिला रेजिडेंट डॉक्टर के साथ मारपीट की। रिपोर्ट्स के मुताबिक, घटना सुबह करीब 3.30 बजे हुई और मरीज और उसके तीमारदार दोनों नशे की हालत में थे।
मुंबई का सायन अस्पताल बृहन्मुंबई नगर निगम (बीएमसी) द्वारा चलाया जा रहा है। गौरतलब है कि बीएमसी में महाराष्ट्र एसोसिएशन ऑफ रेजिडेंट डॉक्टर्स (MARD) रेजिडेंट डॉक्टरों की सुरक्षा पर देशव्यापी विरोध का समर्थन करते हुए हड़ताल पर हैं। इस क्रम में बीएमसी अस्पतालों के रेजिडेंट डॉक्टरों ने ओपीडी और ओटी जैसी वैकल्पिक सेवाओं को निलंबित कर दिया है।
यह घटना कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में महिला रेजिडेंट डॉक्टर के बलात्कार और हत्या के खिलाफ चल रहे देशव्यापी विरोध प्रदर्शन के दौरान हुई है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, यह हमला मुंबई के सायन अस्पताल में रविवार सुबह करीब 3:30 बजे हुआ। साथी रेजिडेंट डॉक्टरों के विवरण के आधार पर, आरोपी मरीज चेहरे पर चोट के साथ अस्पताल आया था।
अपनी चोटों का इलाज कराते समय, मरीज और उसके जानने वाले लोग डॉक्टर के साथ दुर्व्यवहार करने लगे और धमकी देने लगे। एनडीटीवी के मुताबिक, नशे में धुत्त पांच से छह लोगों के समूह और मरीज ने डॉक्टर के साथ मारपीट की और फिर मौके से भाग गए। खुद को बचाने की कोशिश में डॉक्टर को चोटें आईं और उन्होंने मुंबई पुलिस को अपनी शिकायत दर्ज कराई है।
बीएमसी एमएआरडी के डॉक्टरों ने कहा, "हमारे डॉक्टरों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जा सकता है। इस स्थिति पर तत्काल ध्यान देने और सभी अस्पतालों में सख्त सुरक्षा उपायों को लागू करने की आवश्यकता है।"