दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने फर्जी पासपोर्ट गिरोह का किया पर्दाफाश, 8 जालसाज गिरफ्तार; 300 पासपोर्ट, स्टांप, लैपटॉप और टैबलेट जब्त
By अनिल शर्मा | Published: December 1, 2022 08:25 AM2022-12-01T08:25:04+5:302022-12-01T08:29:15+5:30
दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में कहा कि यह गिरोह विभिन्न देशों से वीजा हासिल करने के लिए आवश्यक बैंक खाता विवरण, आईटीआर और अन्य सहायक दस्तावेजों की जालसाजी में शामिल था।
नई दिल्ली: पुलिस सूत्रों ने बताया कि दिल्ली पुलिस की अपराध शाखा के एंटी-गैंग दस्ते (एजीएस) ने बुधवार को दिल्ली के कनॉट प्लेस से चल रहे एक नकली वीजा रैकेट के सिलसिले में आठ आरोपियों को गिरफ्तार किया हैं।
दिल्ली पुलिस ने अपने बयान में कहा कि यह गिरोह विभिन्न देशों से वीजा हासिल करने के लिए आवश्यक बैंक खाता विवरण, आईटीआर और अन्य सहायक दस्तावेजों की जालसाजी में शामिल था।
300 जाली पासपोर्ट, स्टांप, लैपटॉप और टैबलेट जब्त
मामले के अभियुक्तों की पहचान बलदेव राज, गुरुजी, रोनी और शिवा राम कृष्णन के रूप में की गई, जिनके सहयोगी नीरज, सुनील और पंकज थे। पुलिस ने उनके कब्जे से विभिन्न देशों के 300 पासपोर्ट और बड़ी संख्या में जाली और आपत्तिजनक दस्तावेजों के साथ-साथ स्टांप, लैपटॉप और टैबलेट जब्त किए हैं।
विशेष पुलिस आयुक्त (सीपी) अपराध, रविंदर यादव के अनुसार, "टूर एंड ट्रैवल व्यवसाय करने की आड़ में सिंडिकेट संचालित किया जा रहा था और कानून प्रवर्तन एजेंसी को छिपाने के लिए आरोपी ने गलत पते के साथ 'ग्रीन टूर एंड ट्रैवल' नाम से एक फर्म पंजीकृत की थी।
उन्होंने आगे कहा, "आरोपी पिछले 10-12 सालों से इस अवैध कारोबार को कर रहे हैं और विभिन्न देशों के वीजा हासिल करने के लिए आवश्यक जाली बैंक स्टेटमेंट, आईटीआर और अन्य दस्तावेज तैयार करने में उनकी विशेषज्ञता है। यह नेटवर्क दूर-दराज और भारत में फैला हुआ है।"
उन्होंने कहा- हरियाणा, पंजाब, राजस्थान, यूपी सहित कई राज्यों में रैकेट के सदस्य संचार के लिए "व्हाट्सएप जैसे अत्यधिक एन्क्रिप्टेड मोबाइल एप्लिकेशन का उपयोग कर रहे थे और इस अवैध कारोबार को चला रहे थे"।
पुलिस ने बताया कि आरोपियों ने एक आध्यात्मिक व्यक्तित्व को शामिल किया जिससे अच्छी संख्या में लोग जुड़े थे और वह इन लोगों लिए बड़ी संख्या में ग्राहकों की व्यवस्था कर रहा था। पासपोर्ट पाने में इच्छुक ज्यादातर बेरोजगार युवा हैं जो रोजगार की तलाश में विदेश जाना चाहते हैं। आरोपी व्यक्ति उम्मीदवारों को दी गई सेवाओं के बदले में मोटी रकम वसूल रहे थे।