CBI raid: बिहार और झारखंड के दर्जनों ठिकानों पर गुंडा बैंक चलाने वाले के ठिकानों पर छापेमारी, आयकर विभाग ने भागलपुर, सुल्तानगंज और पूर्णिया में की कार्रवाई
By एस पी सिन्हा | Published: August 24, 2022 05:18 PM2022-08-24T17:18:51+5:302022-08-24T17:19:51+5:30
CBI raid: आईटी टीम ने भागलपुर के पूर्व डिप्टी मेयर राजेश वर्मा, विजय यादव, हरि ओम ज्वेलर्स समेत अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है।
पटनाः आयकर विभाग की टीम ने बिहार और झारखंड के दर्जनों ठिकानों पर गुंडा बैंक व जेवरात की अवैध खरीद-बिक्री के मामले आज सुबह से ही छापेमारी की। हालांकि, विभाग के अधिकारी फिलहाल कुछ भी बताने से बच रहे हैं।
बिहार में गुंडा बैंक मामले में आयकर विभाग ने भागलपुर, सुल्ताननगंज, पूर्णिया समेत कई शहरों में छापेमारी की। आईटी टीम ने भागलपुर के पूर्व डिप्टी मेयर राजेश वर्मा, विजय यादव, हरि ओम ज्वेलर्स समेत अन्य लोगों के ठिकानों पर छापेमारी की है। सूत्रों के अनुसार गुंडा बैंक के जरिये करोड़ों की संपत्ति जुटाने वाले लोगों को आयकर विभाग ने चिह्नित किया है।
विभाग ने ऐसे कई लोगों को चिह्नित किया है, जिन्होंने एक-दो नहीं बल्कि दर्जनभर से अधिक संपत्तियां अपने नाम खरीदी है गुंडा बैंक अवैध तरीके से होने वाले सूद का धंधा होता है। ये दबंग किसी जरूरतमंद को मोटे ब्याज पर कर्ज देते हैं। यदि वे कोई सूद या मूलधन वापस नहीं कर पाते हैं तो उनके जमीन-मकान तक को वह दबंग लिखवा लेता है।
ऐसी स्थिति में कर्ज नहीं चुकाने वाला खुदकुशी तक कर लेता है। आयकर विभाग के सूत्रों ने बताया कि गलत तरीके से जमीन पर कब्जा व उसकी खरीद-बिक्री से संबंधित मामले को आयकर की भाषा में गुंडा बैंक कहते हैं। इसी प्रकार जेवरात की बिना वैध कागजात पर खरीद-बिक्री के मामले में भी जेवर से जुड़े कुछ कारोबारियों द्वारा किया जाता है।
पूर्व में भी विदेशी सोना की तस्करी का मामला सामने आ चुका है। ईडी की टीम ने गत 10 अगस्त को भी झारखंड-छत्तीसगढ़ में एक साथ 22 ठिकानों पर छापेमारी की थी। तब ईडी ने 16 किलोग्राम 655 ग्राम सोने के गहने व बिस्कुट के अलावा 671.77 किलोग्राम चांदी बरामद की थी।
वहीं, ठिकानों से 1.41 करोड़ रुपये नकदी भी जब्त की गई थी। छापेमारी से यह स्पष्ट हो गया था कि विदेशी सोना की तस्करी म्यांमार से बांग्लादेश व फिर कोलकाता से झारखंड होते हुए छत्तीसगढ़ तक होती थी। इस बड़े नेटवर्क के खिलाफ ईडी का भी अनुसंधान चल रहा है।