बुराड़ी कांड: पुलिस ने खोला 5 आत्माओं का राज, बरामद नोट्स से मिले संकेत, दबाव में था पूरा भाटिया परिवार
By पल्लवी कुमारी | Published: July 11, 2018 10:46 AM2018-07-11T10:46:25+5:302018-07-11T10:46:25+5:30
बुराड़ी केस: पुलिस ने इस बार खुलासा किया है कि बरामद डायरी और नोट्स से यह लग रहा है कि परिवार किसी-न-किसी दबाव में था।
नई दिल्ली, 11 जुलाई: बुराड़ी केस में एक ही परिवार के 11 लोगों के मौत में आए दिन कोई-न-कोई अफवाह और चर्चाएं आ रही है। केस में हर दिन कोई-न-कोई नया ट्विस्ट दिख रहा है। इस केस की जांच जैसे-जैसे आगे बढ़ रही है पुलिस नतीजे पर पहुंच रही है। पुलिस ने इस बार खुलासा किया है कि बरामद डायरी और नोट्स से यह लग रहा है कि परिवार किसी-न-किसी दबाव में था।
पुलिस का कहना है कि डायरियों से मिले संकेत यही इशारा कर रहे हैं कि परिवार को किसी के निर्देश को ना मानने की सजा मिली है। पुलिस ने दावा किया है कि भाटिया परिवार के घरों से डायरी में जिन पांच आत्माओं का जिक्र था, उनकी पूरी पहचान कर ली गई है। पुलिस के मुताबिक इन पांच आत्माओं में ललित के पिता के अलावा 4 आत्माएं सज्जन सिंह, हीरा, दयानंद और गंगा देवी की थीं।
सज्जन सिंह- ललित के ससुर थे।
हीरा- प्रतिभा का पति है।
दयानंद और गंगा - देवी ललित की बहन सुजाता के सास-ससुर थे। जिनकी मौत भी पिता की मौत के आसपास ही हुई थी।
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डायरी में ललित ने यह दावा किया था अगर इन पांच आत्माओं को शांति मिल गई तो वह जल्द ही अपना वास स्थान छोड़ देंगे, लेकिन वह फिर भी ललित के साथ बात करती रहीं। ललित उन आत्माओं के दिशा-निर्देश पर घर वालों को प्रताड़ित करता था। ललित यह भी सोचता था कि आत्माए उसका वास इसलिए नहीं छोड़ रही है क्योंकि घर वाले निर्देशों का पालन सही तरीके से नहीं कर रहे हैं।
पुलिस के मुताबिक एक अन्य नोट से यह संकेत मिलता है कि वह परिवार को भविष्य के लिए पैसे बचाने के लिए कहता था। पिछले साल 2017 में लिखे एक नोट के मुताबिक ललित ने परिवार को झूठ की जिंदगी से दूर रहने के लिए कहा था।
डायरी में ललित ने साफ तौर पर लिखा है, ' जैसी जिंदगी परिवार वाले जी रहे हैं, ऐसा करने से उनकी जिंदगी आगे नहीं बढ़ेगा। मैं चाहता हूं कि आप ऐसे काम करो जिससे आपको कम मेहनत करनी पड़े और आप खुशहाल जिंदगी जी सको।' ललित यह दावा भी करता था कि घर के रेनोवेशन का काम इसलिए रुक गया क्योंकि परिवार ने उसपर भरोसा करना छोड़ दिया था।'
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वहीं, 2 अगस्त, 2015 के लिखे गए एक नोट में लिखा है, 'जब तक काम शुरू नहीं हो जाता, भुपी अपना भ्रमण जारी रखे, जो भी नई चीज देखो उसे लिख लो। यह भ्रमण हफ्ते में तीन दिन करना जरूरी है, जब तक पांच व्यक्ति पूरे नहीं होते B+B+L+P+N अपनी बैठक जारी रखेंगे। इसके बाद 5 लोग हो जाए तो B+B+L ये करेंगे, P+L छोड़ सकते हैं।'
पुलिस ने बताया कि नोट्स में लिखे ये नाम भवनेश, प्रतिभा, बेबी, ललित, प्रियंका और नारायणी देवी के हैं। वहीं 10 जुलाई को पुलिस को एक पत्र भी मिला है, जिसमें यह लिखा गया है कि भाटिया परिवार आय दिन कराला के एक तांत्रिक के पास जाया करता था।
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