यूपी के बदायूं में बीजेपी विधायक और 16 अन्य पर बलात्कार और धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज
By रुस्तम राणा | Updated: December 22, 2024 16:28 IST2024-12-22T16:28:46+5:302024-12-22T16:28:46+5:30
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हरीश शाक्य और 16 अन्य के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी और धमकी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई।

यूपी के बदायूं में बीजेपी विधायक और 16 अन्य पर बलात्कार और धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज
नई दिल्ली: हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार पुलिस अधिकारियों के हवाले से उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में शनिवार को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक हरीश शाक्य और 16 अन्य के खिलाफ बलात्कार, धोखाधड़ी और धमकी के आरोप में एफआईआर दर्ज की गई। यह एफआईआर कोर्ट के आदेश के बाद दर्ज की गई है। एफआईआर में भाजपा विधायक के साथ-साथ उनके भाई, भतीजे और कई व्यापारियों का भी नाम है। शाक्य बदायूं जिले के बिल्सी विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं।
11 दिसंबर को एमपी/एमएलए कोर्ट बदायूं की अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट और विशेष न्यायाधीश लीला चौधरी ने कोर्ट के आदेश में भाजपा विधायक और मामले में शामिल 16 अन्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने का आदेश दिया था। कोर्ट का यह आदेश एक ग्रामीण द्वारा दर्ज कराई गई शिकायत के बाद जारी किया गया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि भाजपा विधायक के नेतृत्व वाला एक गिरोह उनसे जबरन वसूली कर रहा है।
शिकायत के अनुसार, यह भी आरोप लगाया गया है कि भाजपा विधायक और उनके दो सहयोगियों ने 17 सितंबर को उनके कैंप कार्यालय में उनकी पत्नी के साथ सामूहिक बलात्कार किया। रिपोर्ट में बदायूं जिले के पुलिस प्रमुख बृजेश कुमार सिंह के हवाले से कहा गया है, "अदालत के आदेश के बाद शनिवार को सिविल लाइंस थाने में भाजपा विधायक हरीश शाक्य के खिलाफ एफआईआर दर्ज की गई।"
सिंह ने कहा, "अदालत को सूचित कर दिया गया है। सिविल लाइंस थाने के प्रभारी इंस्पेक्टर मनोज कुमार सिंह जांच का नेतृत्व करेंगे।" पुलिस के अनुसार, आरोपियों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार, करोड़ों की धोखाधड़ी और पीड़ितों को धमकाने के आरोप हैं। अभी तक, भाजपा विधायक की ओर से कोई आधिकारिक टिप्पणी नहीं आई है। पुलिस के हवाले से रिपोर्ट में कहा गया है कि मामला ग्रामीण की जमीन से जुड़ा है।
शिकायत के अनुसार, ग्रामीण ने आरोप लगाया कि भाजपा विधायक और उनके सहयोगियों ने उन्हें और उनके परिवार को कम कीमत पर जमीन बेचने के लिए मजबूर किया। कम कीमत पर जमीन बेचने का विरोध करने पर उन्हें जान से मारने की धमकियाँ मिलीं। इसके अलावा, भाजपा विधायक और उनके सहयोगियों ने जमीन का एक निश्चित हिस्सा अवैध रूप से हासिल कर लिया।