शिवराज सरकार में भाजपा नेताओं ने फेंकी शिक्षा अधिकारी पर स्याही, पुलिस ने दर्ज किया केस
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 7, 2023 01:27 PM2023-06-07T13:27:54+5:302023-06-07T13:33:54+5:30
मध्य प्रदेश के शिवराज सरकार के शासन में एक शिक्षा अधिकारी पर भाजपा नेताओं द्वारा स्याही फेंके जाने के मामले में पुलिस ने 3 नेताओं के के खिलाफ केस दर्ज किया है।
दमोह:मध्य प्रदेश के भाजपा शासन में एक शिक्षा अधिकारी पर भाजपा नेताओं द्वारा स्याही फेंके जाने के मामले में पुलिस ने 3 के खिलाफ केस दर्ज किया है। इस संबंध में दमोह पुलिस ने बुधवार को बताया कि प्रदेश भाजपा के तीन नेताओं ने जिला शिक्षा अधिकारी (डीईओ) पर कथित रूप से स्याही फेंकने के आरोप में मुकदमा पंजीकृत किया गया है।
सूचना के अनुसार शिक्षा अधिकारी पर स्याही फेंके जाने की घटना मंगलवार दोपहर को उस समय हुई जब डीईओ एसके मिश्रा अपने सरकारी वाहन से बैठकर दफ्तर से बाहर जा रहे थे। भाजपा के दमोह जिला उपाध्यक्ष अमित बजाज ने अधिकारी मिश्रा पर स्याही से हमले किये जाने की जिम्मेदारी ली है।
वहीं इस घटना के संज्ञान में आने पर मध्य प्रदेश भाजपा के अध्यक्ष वीडी शर्मा ने निंदा की और नेताओं को ऐसे आचरण से बचने की सलाह दी है। दरअसल स्याही फेंकने की जड़ में शिक्षा विभाग द्वारा पिछले हफ्ते दमोह के गंगा जमुना हायर सेकेंडरी स्कूल की मान्यता निलंबित करने से जुड़ हुई है, क्योंकि स्कूल के कुछ छात्रों ने आरोप लगाया था कि कथिततौर पर कुछ हिंदू छात्रोंओं को स्कूल में हिजाब पहनने और नमाज अदा करने के लिए मजबूर किया जा रहा था।
मामले में हो-हल्ला होने के बाद शिक्षा विभाग द्वारा मामले की प्रारंभ जांच की गई, जिसमें डीईओ मिक्षा ने स्कूल को क्लीन चिट दे दी, लेकिन बाद में जिला कलेक्टर दमोह ने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान के निर्देश पर एक जांच समिति का गठन किया और स्कूल की मान्यता रद्द कर दी।
वहीं स्कूल के निलंबन के बाद डीईओ पर स्याही फेंकने वाले अमित बजाज ने आरोप लगाया कि डीईओ एसके मिश्रा ने इस मुद्दे को रफादफा करने का प्रयास किया, हालांकि उन्हें पहले से स्कूल में चल रही अवैध गतिविधियों की जानकारी थी। घटना के बाद जिला भाजपा प्रमुख प्रीतम सिंह लोधी ने पार्टी नेता अमित बजाज, स्थानीय पदाधिकारी मोंटी रैकवार सहित एक अन्य नेता के खिलाफ अनुशासनहीनता का आरोप पाते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया है।
वहीं मंगलवार को हुई घटना के बाद दमोह पुलिस अधीक्षक राकेश कुमार सिंह ने बुधवार को बताया कि डीईओ मिश्रा की शिकायत पर अमित बजाज, मोंटी रैकवार और संदीप शर्मा के खिलाफ सरकारी अधिकारी को कार्य करने से रोकने और अपमान करने के इरादे से मारपीट करने का मामला दर्ज किया गया है।
इस घटना पर स्वयं प्रतिक्रिया देते हुए डीईओ मिश्रा ने कहा कि अमित बजाज एक ठेकेदार है और एक स्कूल के रखरखाव के काम के संबंध में उसका बिल देरी से जमा होने के कारण लंबित था और रखरखाव के काम के लिए रखी गई धनराशि समाप्त हो गई थी, जिससे वह नाराज था।
इसके साथ ही मिश्रा ने यह भी कहा कि उन्होंने स्कूल के मामले में कोई जांच नहीं की और जैसा आरोप लगाया जा रहा है, उससे सीधे तौर पर उनका कोई लेना-देना नहीं है।