बीजेडी नेता और तीन बार विधायक रहे अनूप कुमार साईं को मिली आजीवन कारावास की सजा, रायगढ़ के बहुचर्चित दोहरे हत्याकांड में थे शामिल
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: April 2, 2022 03:40 PM2022-04-02T15:40:55+5:302022-04-02T15:45:56+5:30
रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि कोर्ट द्वारा पूर्व विधायक को हत्या में संलिप्त होने का दोषी पाया गया है। इसलिए झारसुगुड़ा जिले के बृजराजनगर से तीन बार विधायक रहे अनूप कुमार साई का रायगढ़ पुलिस नार्को टेस्ट भी करायेगी।
रायगढ़: बीजू जनता दल के नेता और राज्य भंडारण निगम के चेयरमैन रहे अनूप साईं को रायगढ़ की सेशन कोर्ट ने हत्या के मामले दोषी पाते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है।
जानकारी के मुताबिक लगभग चार साल पहले पड़ोसी राज्य के एक गांव में एक महिला और उसकी नाबालिग बेटी के दोहरे हत्याकांड में अनूप कुमार साई को कोर्ट ने दोषी पाया है। सजा सुनाये जाने के बाद रायगढ़ पुलिस ने उन्हें हिरासत में लेकर जेल भेज दिया है।
इस मामले में जानकारी देते हुए रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह ने बताया कि कोर्ट द्वारा पूर्व विधायक को हत्या में संलिप्त होने का दोषी पाया गया है। इसलिए झारसुगुड़ा जिले के बृजराजनगर से तीन बार विधायक रहे अनूप कुमार साई का रायगढ़ पुलिस नार्को टेस्ट भी करायेगी।
जानकारी के मुताबिक पूर्व विधायक को यह सजा अप्रैल 2016 में ब्रजराजनगर थाना क्षेत्र स्थित राजपुर गांव की कल्पना दास और उसकी बेटी प्रतिभा दास की हत्या करने और उसके बाद उनके शवों को छत्तीसगढ़ राज्य की सीमा में फेंके जाने के आरोप में मिली है।
मालूम हो कि आरोपी अनुप दास के खिलाफ चक्रधरनगर पुलिस के साइबर क्राइम ब्रांच ने 32 साल की कल्पना दास और 14 साल की उनकी बेटी प्रवती दास के दोहरे हत्याकांड में भारतीय दंड संहिता की धारा 302 यानी हत्या और 201 यानी सबूत गायब करने के तहत एफआईआर दर्ज करते हुए गिरफ्तार भी किया था।
इस मामले में शिकायत चक्रधरनगर के संबलपुरी गांव निवासी कमलेश गुप्ता ने 7 मई 2016 को दर्ज कराई थी कि रास्ते में उसने दो महिलाओं के गाड़ियों से कुचले हुए शव को सड़क पर पड़े हुए देखा है। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने घटनास्थल के आसपास लोगों से पूछताछ की। इसके अलावा सीसीटीवी फुटेज को खंगाला और वारदात के आसपास के कई मोबाइल टावरों की कॉल डेटा का एनालिसिस भी किया।
यही नहीं पुलिस ने दोनों शवों की शिनाख्त के लिए बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड, उत्तर प्रदेश, पश्चिम बंगाल और ओडिशा में व्यापक रूप से तलाश की और घटना के लगभग एक साल बाद मां-बेटी के शवों की शिनाख्त हो पाई। पीड़िता कल्पना दास के पूर्व पति सुनील श्रीवास्तव ने महिला की पहचान के तौर पर और और लड़की की पहचान अपनी बेटी बबली श्रीवास्तव के रूप में की।
मामले में जानकारी देते हुए रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष कुमार सिंह ने कहा कि व्यापक पुलिस जांच के बाद पता चला कि मृतका कल्पना दास ब्रजराजनगर की रहने वाली थी और उसका संबंध पूर्व विधायक अनूप कुमार साई से भी था।
एसपी संतोष कुमार सिंह ने बताया कि प्रारंभिक जांच में ही इस बात का आभास पुलिस को हो गया था कि इस घटना में कहीं न कहीं पूर्व बीजेडी विधायक अनूप कुमार साईं की सहभागिता है लेकिन साक्ष्यों के अभाव में पुलिस आगे नहीं बढ़ रही थी। कॉल डिटेल रिकॉर्ड सहित अन्य जांच में पुलिस को जब पुख्ता प्रमाण मिल गये कि बीजेडी विधायक अनूप कुमार साईं इस हत्याकंड में शामिल हैं तो पुलिस ने फौरन उन्हें हिरासत में ले लिया था।
अनूप कुमार साई बीजेडी से पहले कांग्रेस से जुड़े हुए थे और ब्रजराजनगर सीट से कांग्रेस विधायक के रूप में चुने गए थे। इसके बाद वह बीजद में शामिल हो गए। लेकिन बीजू जनता दल ने साई की विवादास्पद छवि को देखते हुए पार्टी से निष्कासित कर राज्य भंडारण निगम के अध्यक्ष पद से भी हटा दिया था।
इस हत्याकांड के दोषी को सलाखों के पीछे पहुंचाने के लिए आईजी बिलासपुर दीपांशु काबरा ने छत्तीसगढ़ शासन की ओर से रायगढ़ पुलिस को बधाई देते हुए इस सफलता के लिए रायगढ़ के पुलिस अधीक्षक संतोष सिंह को प्रशंसा पत्र और जांच टीम को बीस हज़ार रुपये के नगद इनाम देने की घोषणा की हैं.