बिहार: पटना में पकड़े गए उल्फा के उग्रवादी, स्वतंत्रता दिवस पर इंफाल में सीरियल ब्लास्ट की थी तैयारी
By एस पी सिन्हा | Published: August 10, 2019 02:53 PM2019-08-10T14:53:51+5:302019-08-10T14:53:51+5:30
गिरफ्तार उग्रवादी मणिपुर पहुंचकर 15 अगस्त को किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे. इसकी साजिश को उन्होंने नेपाल में रची, फिर पटना व कोलकाता होते हुए इम्फाल जाने वाले थे कि रास्ते गिरफ्तार कर लिए गए.
बिहार की राजधानी पटना में पुलिस को उस समय बड़ी सफलता मिली, जब मणिपुर में सक्रिय माओवादी संगठनों के तीन सदस्यों को कोतवाली थाना के एक वीआईपी इलाके से गिरफ्तार किया गया. इनके द्वारा इंफाल में स्वतंत्रता दिवस पर सीरियल ब्लास्ट की सजिश की उग्रवादी साजिश का खुलासा हुआ है. पूछताछ में उन्होंने कई सनसनीखेज खुलासे किए हैं. उन्हें गिरफ्तार करने के लिए मणिपुर की स्पेशल पुलिस पटना आई थी.
प्राप्त जानकारी के अनुसार गिरफ्तार उग्रवादी मणिपुर पहुंचकर 15 अगस्त को किसी बड़ी घटना को अंजाम देने वाले थे. इसकी साजिश को उन्होंने नेपाल में रची, फिर पटना व कोलकाता होते हुए इंफाल जाने वाले थे कि रास्ते गिरफ्तार कर लिए गए. बताया जाता है कि मणिपुर पुलिस को इन उग्रवादियों के नेपाल में होने की सूचना मिली थी.
इसके बाद से मणिपुर पुलिस उनके पीछे लगी थी. पूछताछ में पता चला कि उग्रवादियों उने एक मोबाइल नंबर पर रिचार्ज कराया था. इस माबाइल को ट्रेस करते हुए पुलिस ने उन्हें पकड़ लिया. मोबाइल सर्विलांस व लोकेशन के आधार पर उग्रवादियों के पटना जंक्शन पर आने की सूचना मिली. इसके बाद पटना के कोतवाली थाने की पुलिस के साथ मणिपुर पुलिस की टीम सतर्क थी. पटना जंक्शन के प्लेटफॉर्म नंबर एक पर कोलकाता के लिए ट्रेन आने वाली थी. तीनों उग्रवादी एक कोने में ट्रेन का इंतजार कर रहे थे. तभी उन्होंने पुलिस को देख लिया. इसके बाद वे वहां से चुपचाप बाहर निकलने लगे. मणिपुर पुलिस भी उनके पीछे चलने लगी. उग्रवादी जब हार्डिंग रोड तक पहुंचे, पुलिस ने मौका देखकर उन्हें दबोच लिया.
पूछताछ में उग्रवादियों ने बताया है कि वे पटना में एक दिन भी नहीं रुके. वे कोलकाता के रास्ते मणिपुर लौटने वाले थे कि पकड़ लिए गए. उन्होंने स्वतत्रता दिवस के दिन आतंकी वारदात की साजिश का खुलासा किया. उन्होंने और भी कई सनसनीखेज जानकारियां दीं.
हालांकि, पुलिस ने उनका खुलासा नहीं किया है. पकडे गए उग्रवादियों पर इंफाल जिले के विभिन्न थानों में कर्इ मामले दर्ज हैं. पुलिस ने उनके पास से मोबाइल, कॉम्बैट ड्रेस और नकदी बरामद की है. बताया जा रहा है कि ये तीनों खतरनाक उग्रवादी हैं. पकड़े गए तीनों उग्रवादियों में कंगलैपक कम्युनिस्ट पार्टी माओवादी के अद्यकच सपेम कंगलैपक मीटी उर्फ चिरंगलें उर्फ सरत है. यह वर्ष 2008 में सेंट्रल जेल से इलाज के लिये सजीवर हॉस्पिटल से फरार हो गया था. दूसरा वाहेनगोबरम थोई लोवनग उर्फ जोहान है, जो माओवादी कम्युनिस्ट पार्टी का वित्त सचिव है. तीसरा साधारण कार्यकर्ता है. इनमें से एक उग्रवादी पिछले 11 वर्ष से फरार है. तीनों को पटना सीजेएम कोर्ट में पेश करने के बाद मणिपुर पुलिस को 48 घंटे के ट्रांजिट रिमांड पर सौंप दिया गया है.