महिला अधिकारी ने दारोगा पर यौन शोषण का आरोप लगाया, रेप, धोखा और अनुसूचित जाति का प्रयोग, शादी से मुकरे, कोई एक्शन नहीं
By एस पी सिन्हा | Published: July 7, 2020 04:33 PM2020-07-07T16:33:15+5:302020-07-07T16:33:15+5:30
महिला अधिकारी ने आरोप लगाया है कि प्राथमिकी दर्ज हुए 10 दिन हो गए हैं, बावजूद इसके दारोगा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट नहीं निकला है. जबकि जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल कर गाली-गलौज करने और यौनशोषण के सबूत उसने थाने में दे दिये हैं.
पटनाः बिहार की राजधानी पटना में तैनात एक महिला अधिकारी ने कंकड़बाग थाने में तैनात दारोगा राजमणि पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. अधिकारी ने महिला थाने में रेप, धोखा और अनूसूचित जाति का प्रयोग कर शादी से मुकरने की प्राथमिकी दर्ज कराई है.
महिला अधिकारी ने आरोप लगाया है कि प्राथमिकी दर्ज हुए 10 दिन हो गए हैं, बावजूद इसके दारोगा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट नहीं निकला है. जबकि जाति सूचक शब्द का इस्तेमाल कर गाली-गलौज करने और यौनशोषण के सबूत उसने थाने में दे दिये हैं.
पीड़ित महिला पुलिस अधिकारी का कहना है कि प्राथमिकी दर्ज कराए हुए 10 दिन हो गए, लेकिन इसके बाद भी पुलिस ने कोई एक्शन नहीं लिया. न तो दारोगा के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट निकला है और ना ही उसके खिलाफ कोई विभागीय कारवाई शुरू हुई है.
पीड़िता का कहना है कि पिछले 16 साल से स्कूल की पढ़ाई से दारोगा के साथ प्रेम संबंध में थी. बाद में दोनों की नौकरी लग गई. इसके बाद दारोगा राजमणि ने शादी का वादा किया. ऐन मौके पर अनुसूचित जाति की लड़की से शादी नहीं कर सकता है, कहकर शादी से मुकर गया. जबकि उसके रिश्ते के बारे में दारोगा के सभी रिश्तेदार जानते थे.
नौकरी के बाद वह शादी का झांसा देता रहा. पीड़िता के बयान के अनुसार साल 2013 में महिला अधिकारी की नौकरी लग गई. वह गया में पोस्टेड है. नौकरी लगने के बाद वह राजमणि की लगातार आर्थिक मदद करती रही.
शादी के ऐन मौके पर राजमणि ने कहा कि उसकी शादी तय हो गई है. वह शादी से इनकार नहीं कर सकता है, क्योंकि लड़की वाले ने मोटी रकम दी है. इस संबंध में पूछे जाने पर किसी भी पुलिस अधिकारी ने फिलहाल कुछ भी बोलने से इंकार कर दिया. कहा मामले की जांच की जा रही है.