बिहार में मॉब लिंचिंग की घटनाएं रुकने का नाम नहीं ले रही हैं. खासकर, बच्चा चोरी का आरोप लगाकर भीड़ का क्रूर चेहरा आए दिन सामने आ रहा है. सूबे के कई जिलों में बच्चा चोरी की अफवाह जानलेवा बनती जा रही है. बीते दो महीनों में कई ऐसी वारदातें हो चुकी हैं, जिनमें बच्चा चोरी का आरोप लगाकर भीड़तंत्र ने कानून अपने हाथ में ले लिया और खुद ही इंसाफ भी कर दिया. ताजा मामला मोतिहारी और बांका जिले में सामने आया है, जहां बच्चा चोरी के आरोप में बेरहमी से पिटाई की गई.
प्राप्त जानकारी के अनुसार पहली घटना मोतिहारी जिले के बलुआ चौक पर उन्मादी भीड़ ने बच्चा चोरी के संदेह पर एक वृद्ध को इतना पीटा कि वह अधमरा हो गया. मौके पर पुलिस पहुंची और वृद्ध को भीड़ की कहर से बचा लिया.
बताया जाता है कि आज सुबह बलुआ चौक पर एक गरीब वृद्ध भीड़ के हत्थे चढ़ गया. बच्चा चोरी की अफवाह फैलते ही वहां काफी संख्या में लोग इकट्ठे हो गए, लोगों ने आव देखा ना ताव, वृद्ध को पीटना शुरू कर दिया. लोगों ने वृद्ध की तब तक पिटाई की जब तक वह बेहोश नहीं हो गया.
भीड़ में से ही किसी ने इसकी जानकारी पुलिस को दे दी. पुलिस घटना की सूचना मिलते ही घटनास्थल पर पहुंच गई और वृद्ध को भीड़ की कहर से बचाया. उसे तुरंत ही अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उसकी स्थिति गंभीर बनी हुई है. बताया जाता है कि पिछले कई दिनों से चंपारण में बच्चा चोरी के संदेह में साधु, फकीर, भिखारी व अनजान लोगों को पकड़-पकड़ कर मारपीट की जा रही है.
वहीं, दूसरी घटना में आज बांका जिले के पंजवारा थाना क्षेत्र के बेलतिकरी गांव में एक ऐसी ही घटना सामने आई जब मॉब लिंचिंग की घटना होते होते बच गई. बताया जा रहा है कि इस घटना में एक महिला समेत तीन लोगों को लोगों ने जमकर पीटा. घटना की जानकारी मिलते ही पंजवारा पुलिस दल बल के साथ घटना स्थल पर पहुंच कर एक महिला समेत तीनों को लोगों को बचाया.
बताया जाता है कि सूचना मिलने पर जब पुलिस पहुंची तो ग्रामीणों ने बच्चा चोर को पुलिस के हवाले करने से इंकार कर दिया. ग्रामीण तीनों को मारने पर उतारू थे. पुलिस जब किसी तरह भीड़ के चंगुल से तीनों को निकाल कर थाना ले जाने लगी तो ग्रामीणों ने पुलिस पर ही हमला कर दिया. उग्र भीड़ से पुलिस किसी तरह जान बचाकर वहां से भागी. हमले में पुलिस की गाड़ी मामूली रूप से क्षतिग्रस्त हो गई एवं कई पुलिसकर्मियों को हल्की चोटें भी आई है.
काफी मशक्कत के बाद पुलिस ग्रमीणों के चंगुल से तीनों को निकालकर थाना ले आए. बच्चा चोरी के आरोप में पकड़ाए तीनों व्यक्ति ने पुलिस को बताया कि एक गांव में किसी के यहां भोज खाने आए थे. हालांकि उनसे पूछताछ की जा रही है.
यहां यह भी उल्लेखनीय है कि बीते 2 सितंबर को रजौन में एक विक्षिप्त युवती आक्रोशित भीड़ का शिकार बनी थी. लोगों ने बच्चा चोर की आशंका में विक्षिप्त के जमकर पिटाई कर दी. जिसमें वह गंभीर रूप से जख्मी हो गई थी. वहीं, 24 जून को फुंसियां स्थित कटिया हॉल्ट के समीप बच्चा चोर की आशंका में बाइक सवार दो भाइयों की भीड़ ने पिटाई कर दी थी.