Bihar Hooch Tragedy: सीवान, सारण और गोपालगंज के बाद मुजफ्फरपुर?, जहरीली शराब पीने से 1 की मौत और 2 गंभीर रूप से बीमार
By एस पी सिन्हा | Updated: October 23, 2024 17:34 IST2024-10-23T17:31:56+5:302024-10-23T17:34:22+5:30
Bihar Hooch Tragedy: सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2016 में 156, साल 2018 में 9, साल 2021 में 90, साल 2022 में 100 से अधिक, साल 2023 में 35 और इसी साल 2024 में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है।

nitish kumar
पटनाः बिहार में शराब से मौत का सिलसिला थम नहीं रहा है। सीवान, सारण और गोपालगंज के बाद अब मुजफ्फरपुर में जहरीली शराब पीने से एक व्यक्ति के मौत तो दो के गंभीर रूप से बीमार होने की खबर मिल रही है। जिले के हथौड़ी थाना क्षेत्र के डिहजीवर गांव के रहने वाले 25 वर्षीय श्याम कुमार की संदेहास्पद मौत हुई है, जिसको लेकर परिजन जहरीली शराब से मौत की बात कह रहे हैं। हालांकि, अब तक इसकी आधिकारिक पुष्टि नहीं हो सकी है। इस घटना में दो से तीन लोगों के आंखों की रोशनी चली गई है। कहा जा रहा है कि इन सभी लोगों ने शराब पी है।
बताया जा रहा है कि इस कांड में मृतक व्यक्ति का नाम श्याम टेंट हाउस के साथ कपड़े की दुकान भी चलाता था। श्याम के दो छोटे-छोटे बेटे हैं। मृतक श्याम की पत्नी रेणु ने बताया कि उनके पति सोमवार की शाम शराब पीकर आया था। रात में ठीक रहा, लेकिन मंगलवार को उसकी तबीयत बिगड़ गई। इसके बाद एसकेएमसीएच ले जाया गया, वहीं देर रात उसकी मौत हो गई।
वहीं, दो से तीन लोगों की आंखों की रोशनी जाने की खबर भी सामने आ रही है। श्याम के साथ तीन अन्य लोगों ने शराब पी थी, जिसमें दो श्याम के गांव डीहजीवर के ही रहने वाले हैं। वहीं एक सीतामढ़ी का रहने वाला है। डिहजीवर के रहने वाले मुकेश सहनी और विरोधी सहनी की तबीयत ज्यादा खराब है। इनकी आंखों की रोशनी भी चली गई है।
उनका इलाज परिजन चुपचाप किसी अस्पताल में करवा रहे हैं। वहीं, इस घटना के बाद गांव में हड़कंप मच गया है। लोग कुछ भी बोलने से परहेज कर रहे हैं। इस संबंध में एसएसपी राकेश कुमार ने बताया कि अबतक जहरीली शराब पीने की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन पुलिस की टीम जांच में जुटी है। इस घटना में से 2 से 3 लोगों की आंख की रोशनी चली गई इसमें से दो लोगों का निजी अस्पताल में इलाज चल रहा है।
मामले की जांच की जा रही है। बता दें कि बिहार में साल 2016 में पूर्ण रूप से शराबबंदी लागू हुआ। शराबबंदी के बाद से जहरीली शराब पीने से मौत का आंकड़ा बढ़ने का सिलसिला जारी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार साल 2016 में 156, साल 2018 में 9, साल 2021 में 90, साल 2022 में 100 से अधिक, साल 2023 में 35 और इसी साल 2024 में अब तक 39 लोगों की मौत हो चुकी है। फिर भी सरकार कहते हैं कि शराब सूबे में कहीं नहीं मिलता है।