बिहार: कोरोना पीड़ित अस्पताल में डॉक्टर से कर रहे बदतमीजी, नर्सों से अश्लील हरकतें, जानें पूरा मामला
By एस पी सिन्हा | Published: April 3, 2020 04:09 PM2020-04-03T16:09:09+5:302020-04-03T16:09:09+5:30
शेखपुरा के पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि मस्जिद में 4 धर्म प्रचारक नालंदा नवादा इत्यादि जगहों से धर्म प्रचार करते हुए यहां रह रहे थे.
पटना: बिहार के शेखपुरा के अहियापुर मस्जिद में मिले चार धर्म प्रचारकों के द्वारा पावापुरी मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मियों को गाली दिये जाने और अश्लील हरकत किये जाने का मामला सामने आया है.
स्थिति यह है कि उनके इन हरकतों से पावापुरी मेडिकल कॉलेज के डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी परेशान हो गए हैं. यही नहीं ये लोग खाने-पीने की आपत्तिजनक चीजें मांग रहे हैं. ये चारों 21 मार्च के पहले दिल्ली से लौटे हैं परन्तु खुद को निजामुद्दीन तब्लीगी जमात से अलग बता रहे हैं.
बताया जाता है कि गुरुवार की रात में इन चारों को पावापुरी मेडिकल कॉलेज-अस्पताल के आईसोलेशन सेंटर में लाया गया है, तबसे ये लोग हर आने-जाने वाले डॉक्टर व स्वास्थ्यकर्मियों के साथ बुरा व्यवहार कर रहे हैं. इस बात की जानकारी अस्पताल प्रशासन के द्वारा शेखपुरा जिला प्रशासन को दे दी गै है.
अब शेखपुरा पुलिस इनकी हकीकत पता लगा रही है. खुद को स्कॉलर बताने वाले इन चार धर्म प्रचारकों के दुर्व्यवहार से रात भर में ही डॉक्टर व स्वास्थ्य कर्मी परेशान हो गए हैं. आज इनका सैम्पल कलेक्ट करके कोरोना संक्रमण की जांच के लिए किसी तरह से लेकर पटना भेजा गया है. विम्स के प्रभारी चिकित्सा पदाधिकारी अशोक कुमार सिंह ने बताया चारों को अस्पताल लाया गया है और सभी के नमूनों को जांच के लिए पटना भेजा जा रहा है.
उन्होंने बताया कि इन लोगों के रिश्तेदार बेगूसराय में रहते हैं और सहमति बनने पर सभी को वहीं भेजा जा रहा है, जहां वे पृथक रहेंगे. उन्होंने बताया कि इन लोगों की गंदी हरकत से अस्पताल के डॉक्टर और नर्स परेशान हैं.
वहीं, डॉक्टर पुरुषोत्तम ने बताया कि बहुत मुश्किल से मस्जिद से निकाले गये चारों धर्म प्रचारकों में से एक का सैम्पल जांच के लिए लिया जा सका है और उसे पटना भेजा गया है. इस व्यक्ति को 102 डिग्री बुखार और सर्दी-खांसी है. शेष तीनों में कोरोना संक्रमण के प्रारंभिक लक्षण अभी तक नहीं मिले हैं.
बताया जाता है कि बिहार के शेखपुरा जिला की एक मस्जिद से पुलिस ने तबलीगी जमात के चार अन्य सदस्यों को भी बृहस्पतिवार को हिरासत में लिया. शेखपुर नगर थाना अध्यक्ष अखिलेश कुमार सिंह ने बताया कि स्थानीय लोगों की निशानदेही पर एक मस्जिद में छुपे तबलीगी जमात के चार सदस्यों को हिरासत में ले कर उनसे पूछताछ की गई है, लेकिन उनके दिल्ली के निजामुद्दीन के आयोजन में शामिल होने की पुष्टि नहीं हुई है.
हालांकि सोशल मीडिया पर तबलीगी जमात से चारों के जुडे होने की अफवाह तेजी से दोपहर में फैली परंतु जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक ने इस अफवाह को फर्जी करार देते हुए इस पर रोक लगा दी. इस संबंध में जिलाधिकारी इनायत खान ने बताया कि मोहल्ले के लोगों ने से मिली सूचना में मस्जिद में चार लोगों के रहने की सूचना मिली. जिसके बाद पुलिस के द्वारा सभी चारों को वहां से मेडिकल टीम के साथ लाया गया और चारों लोगों को बरबीघा रेफरल अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में भर्ती कराया गया था. इसके बाद इन्हें पावापुरी भेजा गया है.
उधर, शेखपुरा के पुलिस अधीक्षक दयाशंकर ने बताया कि मस्जिद में 4 धर्म प्रचारक नालंदा नवादा इत्यादि जगहों से धर्म प्रचार करते हुए यहां रह रहे थे. 21 मार्च से यह लोग यहीं रह रहे थे और स्थानीय लोगों की सूचना पर सभी को यहां से निकालकर आइसोलेशन वार्ड में रखा गया है. 4 लोगों में से एक बेगूसराय का रहने वाला है.
जबकि दो दरभंगा जिला का और एक उत्तर प्रदेश के लखनऊ का रहने वाला है. सभी लोग दिल्ली से यहां आए हैं परंतु तबलीगी जमात निजामुद्दीन से संबंध नहीं है. उन्होंने बताया कि इंटेलिजेंस ब्यूरो से मिली सूची में बिहार में 86 लोगों के तबलीगी जमात से आने की सूचना दी गई है. उनमें से इन चारों का नाम नहीं है.