बिहार: बाल सुधार गृह में चली गोलियां, नाबालिग ने साथी और वार्डन को मारी गोली, 5 फरार
By एस पी सिन्हा | Published: September 20, 2018 03:59 PM2018-09-20T15:59:54+5:302018-09-20T16:00:12+5:30
एक बाल कैदी के हाथ में पिस्तौल थी। उसने तुरंत गार्ड को पिस्तौल सटाई और गेट खोलने को कहा। गोली चलाने वाले आरोपी समेत पांच बाल कैदी गेट खुलने के बाद भाग निकले।
पटना, 20 सितंबर:बिहार के पूर्णिया का रिमांड होम यानि बाल सुधार गृह बुधवार की देर शाम गोलियों की तड़तड़ाहट से दहल उठा। एक बाल कैदी द्वारा चलाई गई गोली हाउस फादर और एक बाल कैदी को लगी। दोनों को आनन-फानन में अस्पताल पहुंचाया गया, मगर इनकी मौत हो चुकी थी।
प्रत्यक्षदर्शी लड़कों का कहना है कि मंगलवार को कोरेक्स(कफ सीरप-नशा के लिए) पीने को लेकर लडकों से झंझट हुआ था। इस दौरान हाउस फादर ने लडकों का डांटा भी था। बुधवार की देर शाम वे लोग टीवी देख रहे थे। तभी अचानक चार लड़के आए और गोली चला दी।
गोली लगते ही बिजेन्द्र कुमार की मौके पर ही मौत हो गई, जबकि सरोज को अस्पताल लाने के दौरान मौत हो गई। घटना के बाद चारों आरोपी फरार हैं। गढबनैली के रहने वाले हाउस फादर को एक गोली लगी। जबकि मधेपुरा निवासी बाल कैदी को दो गोली लगी। बाल सुधार गृह के गार्ड राजीव सोरेन ने बताया कि हाउस फादर के कमरे में गोली चलने की आवाज आ सब दौडकर गये तो देखा कि हाउस फादर और एक बाल कैदी नीचे गिरे थे।
एक बाल कैदी के हाथ में पिस्तौल थी। उसने तुरंत गार्ड को पिस्तौल सटाई और गेट खोलने को कहा। गोली चलाने वाले आरोपी समेत पांच बाल कैदी गेट खुलने के बाद भाग निकले। इसके बाद हाउस फादर और बाल कैदी को अस्पताल पहुंचाकर अधिकारियों की मामले की सूचना दी गई
घटना के तुरंत बाद सदर अस्पताल में डीएम प्रदीप झा और एसपी विशाल शर्मा भी पहुंचे और मामले की पूरी जानकारी ली। आरोपी बाल कैदी को पकडने के लिए पुलिस ने छापेमारी शुरू कर दी है। वह पूर्णिया शहर का ही रहने वाला बताया जाता है। इसके बाद दोनों अधिकारी रिमांड होम के लड़कों और अधिकारियों से बात की। जिलाधिकारी ने कहा कि गोलीबारी की घटना में हाउस फादर और एक लडके की मौत हुई है।
मामले की जांच चल रही है। लापरवाही उजागर होने पर कार्रवाई होगी। वहीं, पुलिस अधीक्षक ने बताया कि इस मामले में पांच लोगों का नाम आया है। सभी फरार हैं जिन्हें जल्द गिरफ्तार कर लिया जाएगा। वहीं, रिमांड होम में हुए शूटआउट के मामले में पुलिस ने जदयू नेता के पुत्र समेत पांच के खिलाफ केस दर्ज किया है। शूटआउट के इस मामले में पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं। दो लोगों की हत्या के बाद पुलिस अपराधियों की गिरफ्तारी के लिये लगातार प्रयास कर रही है। इस घटना के बाद जिला जज खुद मृतक के परिजनों से मिले। यहां यह भी बताया जा रहा है कि हाल ही में ही बच्चों को रिमांड होम से बाहर ले जाने समेत कई आरोपों में वहां के एक हाउस फादर को बर्खास्त कर दिया गया था।