सावधान: फ्रेंडशिप क्लब के नाम पर अश्लीलता में फंसाकर साइबर ठगों ने 70 साल के बुजुर्ग से ऐंठ लिये 57 लाख रुपये, जानिए पूरी कहानी
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: June 10, 2022 04:43 PM2022-06-10T16:43:15+5:302022-06-10T16:56:41+5:30
मुंबई में ऑनलाइन फ्रेंडशिप क्लब में मेंबर बनाने के नाम पर बुजुर्ग के साथ अश्लीलता की गई और उससे लाखों रुपये वसूले गये। फ्रेंडशिप क्लब ने पहले तो बुजुर्ग से एक महिला की अश्लील बात कराई और उसके बाद उसे 57 लाख रुपये देने के लिए मजबूर कर दिया।
मुंबई:ऑनलाइन ठगों के गिरोह ने एक 70 साल के बुजुर्ग के साथ ऐसी ठगी की, जिसे सुनने के बाद सभी हैरान रह गये। जानकारी के मुताबिक वृद्ध को जालसाजों ने ऐसा फांसा की देखते ही देखते उसे 57.50 लाख रुपये गंवाने पड़े।
जी हां, ऑनलाइन फ्रेंडशिप क्लब में मेंबर बनाने के नाम पर बुजुर्ग के साथ अश्लीलता की गई और उससे लाखों रुपये वसूले गये। फ्रेंडशिप क्लब ने पहले तो बुजुर्ग से एक महिला की अश्लील बात कराई और उसके बाद उसे 57 लाख रुपये देने के लिए मजबूर कर दिया।
जानकारी के मुताबिक महिला ने बुजुर्ग के साथ मोबाइल पर अश्लील वीडियो कॉल की और उसके बाद गिरोह के एक सदस्य ने पुलिस अधिकारी बनकर वृद्ध को धमकाया और उससे लाखों ऐंठ लिये।
समाचार पत्र इंडियन एक्सप्रेस के मुताबिक इस मामले में जानकारी देते हुए मुंबई पुलिस की बीकेसी साइबर पुलिस स्टेशन के अधिकारियों ने बताया कि बुजुर्ग ने 7 जून को पुलिस में अपन साथ हुई ठगी की शिकायत दर्ज कराई है।
शिकायत में उस आदमी पुलिस को बताया कि वह एक रिटायर्ड आदमी है और मुंबई में अकेला रहता है। 15 मार्च को उसे फोन पर एक मैसेज आया। जिसमें लिखा था, ''अगर आपको अपने इलाके में दोस्त की तलाश है तो इस मोबाइल नंबर पर संपर्क करें।''
बुजुर्ग ने पहले तो उस मैसेज को इग्नोर किया लेकिन कुछ दिनों बाद उसे फोन कॉल आया, जिसमें एक शख्स ने खुद को एक फ्रेंडशिप क्लब का अधिकारी बताते हुए कहा कि वो उनके फ्रैंडशिप क्लब की मेंबरशीप ले ले और इसके लिए उसे क्लब के बैंक खाते में 3,000 रुपये का भुगतान करना होगा।
उस आदमी के छलावे में आकर बुजुर्ग ने क्लब की सदस्यता स्वीकार कर ली और दिये गये बैंक खाते में 3,000 रुपये का भुगतान कर दिया। बैंक भुगतान के अगले दिन उसके पास क्लब के उसी अधिकारी का फोन आया।
इस बार उसने बुजुर्ग से बात करते समय फोन पर एक महिला को अपने साथ कॉन्फ्रेंस कॉल पर रखा। बातचीत के दौरान महिला ने बुजुर्ग से कहा कि वह उससे 'करीबी दोस्ती' रखना चाहती है। इस बात पर बुजुर्ग ने उससे पूछा कि 'करीबी मित्र' मित्रता से उसका क्या मतलब है, तो उसने बुजुर्ग के साथ अश्लील बात शुरू कर दी। जिसके कारण 70 साल का बुजुर्ग बेहद डर गया और उसने फोन काट दिया।
अगले दिन क्लब के अधिकारी ने बुजुर्ग को फिर फोन किया और उसे दूसरी महिला के साथ बात कराने की पेशकश की, जिसे उन्होंने ठुकरा दिया और कहा वो इस तरह के किसी फ्रेंडशिप क्लब का सदस्य नहीं बनना चाहते हैं। इसलिए उसकी सदस्यता तत्काल रद्द कर दें।
जिसके बाद 20 मार्च को फ्रेंडशिप कल्ब के एक और अधिकारी का फोन आ जाता है औप वो बुजुर्ग को क्लब की सदस्यता रद्द करने के लिए 9,000 रुपये की मांग करता है। बुजुर्ग ने उसे पैसे देने से इंकार कर दिया और फोन काट दिया। जिसके बाद 31 मार्च को क्लब के एक तीसरे सदस्य ने बुजुर्ग को नागपुर पुलिस का सब-इंस्पेक्टर बताकर फोन किया।
उसने बुजुर्ग से कहा, 'एक 'फ्रेंडशिप क्लब ने तुम्हारे खिलाफ महिला के साथ छेड़छाड़ की शिकायत दर्ज कराई है और मामले को निपटाने के लिए आपको 97,000 रुपये देने होंगे।"
बुजुर्ग ने कॉल को वेरिफाई किया तो फोन करने वाले के व्हाट्सएप और ट्रूकॉलर डिस्प्ले पर वर्दी में एक पुलिसकर्मी की तस्वीर दिखाई दी, जिसके बाद उसे विश्वास हो गया कि फोन करने वाला पुलिस अधिकारी है।
उसके बाद उस नकली पुलिस अधिकारी ने बुजुर्ग को धमकाया और उसे दबाव में लेकर उसने 97,000 रुपये का भुगतान करा लिया। हालांकि, इसके बाद भी मामला खत्म नहीं हुआ और जालसाजों ने बुजुर्ग को फिर से फोन किया और कहा कि सदस्यता रद्द करने के लिए उन्हें और पैसे देने होंगे।
इस तरह कई बार की धमकियों और डर के कारण बुजुर्ग ने ऑनलाइन ठगों को 19 मई तक 57.50 लाख रुपये का भुगतान किया, लेकिन उसके बाद भी जालसाजों ने उसे धमकाना नहीं छोड़ा और उससे लगातार पैसे मांगते रहे। अंत में थककर बुजुर्ग ने साइबर पुलिस से संपर्क किया।
जिसके पुलिस ने सारा मामला जानने के बाद आईटी अधिनियम की धारा 170 (एक लोक सेवक का रूप), 384 (जबरन वसूली), 506 (आपराधिक धमकी) और 67 (इलेक्ट्रॉनिक रूप में अश्लील सामग्री प्रसारित करना) के तहत अज्ञात साइबर ठगों के खिलाफ केस दर्ज किया है और आरोपियों की तलाश कर रही है।