Bettiah: बिहार में बेतिया के रक्सौल अनुमंडल अंतर्गत दरपा थाना क्षेत्र के नरकटिया बाजार में गुरुवार की सुबह एक दिल दहला देने वाली घटी घटना ने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया। दरअसल, चूल्हे से निकली चिंगारी ने भयंकर रूप ले लिया और पूरे घर में आग लग गई। अगलगी की इस घटना में पूरा घर जल कर राख हो गया और तीनों बहनों की तड़प तड़पकर मौत हो गई। जबकि पांच गायों और छह बकरियों सहित घर का सारा जरूरी सामान जलकर राख हो गया। घटना नरकटिया बाजार के एक घनी आबादी वाले इलाके में सुबह करीब 5:30 बजे हुई, जब एक घर में अचानक आग की लपटें उठने लगीं। देखते ही देखते आग ने विकराल रूप धारण कर लिया और आसपास के घरों को भी अपनी चपेट में ले लिया।
आग इतनी तेजी से फैली कि घर में मौजूद तीन बच्चे (जिनकी उम्र 4 से 8 साल के बीच बताई जा रही है) बाहर नहीं निकल सके और आग की लपटों में घिरकर उनकी दर्दनाक मौत हो गई। प्रारंभिक जानकारी के अनुसार, आग शॉर्ट सर्किट या रसोई में गैस सिलेंडर लीक होने की वजह से लगी हो सकती है, लेकिन सटीक कारण की जांच अभी जारी है।
इस भीषण आग में संजय साह के तीन मासूम बच्चों की झुलसकर दर्दनाक मौत हो गई। संजय की पत्नी ममता देवी, जो स्थानीय स्कूल में रसोइया के तौर पर काम करती हैं, उस वक्त घर पर मौजूद नहीं थीं। प्रभावित परिवारों का कहना है कि उनकी जिंदगी का सारा आधार इस आग में खत्म हो गया।
स्थानीय लोगों ने बताया कि आग की लपटें इतनी तेज थीं कि आसपास के घरों को भी खतरा हो गया था। आग की सूचना मिलते ही रक्सौल अग्निशमन दल तुरंत घटनास्थल पर पहुंचा। लेकिन आग की तीव्रता और संकरी गलियों की वजह से दमकल कर्मियों को आग बुझाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा।
करीब दो घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद अग्निशमन दल ने स्थानीय लोगों की मदद से आग पर काबू पाया। हालांकि, तब तक तीन बच्चों की जान जा चुकी थी, और संपत्ति का भारी नुकसान हो चुका था। घटना की सूचना मिलते ही दरपा थाना पुलिस सहित कई अधिकारी घटनास्थल पर पहुंचे।
अंचलाधिकारी ने प्रभावित परिवारों से मुलाकात की और नुकसान का आकलन शुरू किया। दरपा थानाध्यक्ष ने बताया कि पुलिस मामले की जांच कर रही है और आग लगने के सटीक कारणों का पता लगाने के लिए फॉरेंसिक टीम की मदद ली जाएगी। पंचायत के मुखिया ने पीड़ित परिवारों को तत्काल राहत और मुआवजे की मांग की है।