मटकी से जिंदा निकली बच्ची को बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा ने लिया गोद, बेटी के भागकर शादी करने के बाद आए थे चर्चा में
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: October 16, 2019 05:44 PM2019-10-16T17:44:05+5:302019-10-16T17:44:05+5:30
बरेली में श्मशान घाट में जमीन के नीचे मटकी में दबी मिली बच्ची का बचना लोगों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। जमीन के नीचे घड़े में मिलने के चलते इसका नाम सीता रखा गया है।
बरेली में एक मटकी से जिंदा निकली नवजात बच्ची को बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा ने गोद लिया है। विधायक राजेश मिश्रा ने कहा है कि वह उस नवजात बच्ची का पालन पोषण का खर्चा उठाएंगे। विधायक ने कहा है कि बच्ची की इलाज से लेकर पढ़ाई तक की सारी जिम्मेदारी उठाएंगे। बरेली के बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा कुछ महीने पहले अपनी बेटी साक्षी मिश्रा के भागकर शादी करने के बाद चर्चा में आए थे। दावा किया गया था कि बीजेपी विधायक की बेटी ने जिस युवक अजितेश कुमार से शादी की है, वो दलित है। बरेली में श्मशान भूमि पर नवजात बच्ची को मटके में रख कर जिंदा दफनाने के मामले में पुलिस ने बीते दिन अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
सहायक पुलिस अधीक्षक शैलेष पांडेय ने मंगलवार (15 अक्टूबर) को बताया कि सोमवार (14 अक्टूबर) को देर रात सुभाषनगर थाना प्रभारी गजेंद्र सिंह की तहरीर पर अज्ञात लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया। बताया जा रहा है कि बच्ची दो दिनों तक दफन थी। 13 अक्टूबर को बरेली जिले में अपनी मृत बच्ची को दफनाने गए एक व्यक्ति को श्मशान में गड्ढा खोदते वक्त जमीन में दबे घड़े में एक जिंदा नवजात बच्ची मिली। जब मटके को खोल कर देखा गया तो बच्ची जिंदा थी। बच्ची को फिलहाल अस्पतला में रखा गया है। उसकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही है।
श्मशान घाट में जमीन के नीचे मटकी में दबी मिली बच्ची का बचना लोगों के लिए किसी चमत्कार से कम नहीं है। जमीन के नीचे घड़े में मिलने के चलते इसका नाम सीता रखा गया है। पुलिस ने अज्ञात लोगों के खिलाफ हत्या के प्रयास और माता-पिता के खिलाफ नवजात शिशु के प्रति लापरवाही का मुकदमा दर्ज कर लिया है और उनकी तलाश की जा रही है।
क्या था साक्षी मिश्रा का विवाद
बीजेपी विधायक राजेश मिश्रा की बेटी साक्षी ने दलित युवक अजितेश कुमार के साथ वैदिक हिन्दू रीति रिवाज से शादी कर का 10 जुलाई को सोशल मीडिया पर वीडियो को पोस्ट किया था। वीडियो में उन्होंने बताया था कि उन्हें साक्षी के पिता विधायक राजेश मिश्रा से जान का खतरा है। बेटी ने बरेली के पुलिस से मदद मांगते हुए कहा था कि उसके पिता और विधायक राजेश मिश्रा, भाई विक्की और पिता के एक सहयोगी से जान का खतरा है और ऐसे में उसे और उसके पति को सुरक्षा दी जाए।