बांकाः 100000 का इनामी रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ को मार गिराया?, एसटीएफ और कटोरिया पुलिस ने ऐसे किया ढेर
By एस पी सिन्हा | Updated: April 9, 2025 16:19 IST2025-04-09T16:18:24+5:302025-04-09T16:19:16+5:30
Banka: रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ कटोरिया थाना क्षेत्र के कलोथर जंगल में अपने साथियों के साथ छिपा हुआ था। गुप्त सूचना मिलने पर एसटीएफ और जिला पुलिस ने मिलकर एक जंगल में छापेमारी की।

सांकेतिक फोटो
Banka: बिहार में पुलिस अब दुर्दांत अपराधियों पर नकेल कसने के लिए कमर कसकर मैदान में उतर गई है। यही कारण है कि हाल के दिनों इनामी दुर्दांत अपराधियों को एक एक कर या तो ठिकाने लगा दिया जा रहा है अथवा उन्हें सलाखों के पीछे धकेला जा रहा है। इसी कड़ी में मंगलवार की रात बांका जिले के कटोरिया जंगल में इलाके के टॉप 10 अपराधी से पुलिस की मुठभेड़ हो गई। पुलिस ने एनकाउंटर में उसे मार गिराया। एनकाउंटर में मारा गया अपराधी एक लाख का इनामी रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ था। टेंटुआ को एसटीएफ और कटोरिया पुलिस की संयुक्त टीम ने मुठभेड़ में मार गिराया।
बताया जाता है कि रमेश टुडू उर्फ टेंटुआ कटोरिया थाना क्षेत्र के कलोथर जंगल में अपने साथियों के साथ छिपा हुआ था। गुप्त सूचना मिलने पर एसटीएफ और जिला पुलिस ने मिलकर एक जंगल में छापेमारी की। इस दौरान टेंटुआ को पुलिस ने जंगल में घेर लिया। जिसके बाद जंगल में छिपा कुख्यात टेंटुआ पुलिस पर फायरिंग करने लगा।
जवाबी कार्रवाई में एसटीएफ ने भी गोली चलाई और कुख्यात टेंटुआ को ढेर कर दिया। टेंटुआ पिछले कई सालों से पुलिस के लिए सिरदर्द बना हुआ था और जमुई के टॉप-10 अपराधियों की सूची में शामिल था। टेंटुआ पर जमुई जिले के विभिन्न थानों में हत्या, लूट, अपहरण और आर्म्स एक्ट जैसे गंभीर आरोपों में 11 मामले दर्ज थे।
मुठभेड़ के बाद जंगल में चलाए गए सर्च ऑपरेशन में पुलिस ने एक कार्बाइन बरामद किया है। मुठभेड़ के बाद पुलिस ने रमेश टुडु के शव को कटोरिया रेफरल अस्पताल पहुंचाया, जहां डॉक्टर अमित महाजन और डॉ. मुकेश कुमार ने उसे मृत घोषित किया। कहा जा रहा है कि टेंटुआ माओवादी संगठन के पूर्वी बिहार का एरिया कमांडर भी रह चुका था।
लंबे समय से वह फरार चल रहा था। कुख्यात टेंटुआ की खोज पुलिस लगातार कर रही थी। दस दिन पहले भी पुलिस को सूचना मिली थी कि वह चांदन क्षेत्र में जंगल की तरफ सक्रिय है। पुलिस ने छापेमारी भी की थी। लेकिन वह इतना शातिर था कि पुलिस के सक्रिय होते ही वह भाग निकलता। हालांकि पुलिस की पैनी नजर उसपर थी।
इस कार्रवाई में बांका एसपी उपेंद्र नाथ वर्मा, एसडीपीओ राजकिशोर कुमार, कटोरिया इंस्पेक्टर बबलू कुमार, थानाध्यक्ष अरविंद कुमार राय, अपर थानाध्यक्ष सुभाष पासवान और एसटीएफ की विशेष टीम मौजूद रही। इस कार्रवाई को बांका पुलिस की बड़ी कामयाबी माना जा रहा है।
लंबे समय से फरार चल रहे एक शातिर अपराधी का अंत कर पुलिस ने न सिर्फ आम जनता में भरोसा जगाया है, बल्कि अपराधियों के लिए भी एक कड़ा संदेश दिया है। बता दें कि इसके पहले एसटीएफ और सुपौल पुलिस ने संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए नामी अपराधी झा का मार गिराया था।