कौन हैं विनय शंकर तिवारी?, 1129.44 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप, लखनऊ, गोरखपुर और गुरुग्राम के कुल 8 ठिकानों पर ईडी रेड

By राजेंद्र कुमार | Updated: April 7, 2025 18:43 IST2025-04-07T18:42:28+5:302025-04-07T18:43:52+5:30

Bank fraud case: विनय शंकर की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड पर बैंकों के कंसोर्टियम का 1129.44 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप है.

Bank fraud case Vinay Shankar Tiwari Accused embezzling Rs 1129-44 crores ED raids total 8 locations Lucknow, Gorakhpur and Gurugram | कौन हैं विनय शंकर तिवारी?, 1129.44 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप, लखनऊ, गोरखपुर और गुरुग्राम के कुल 8 ठिकानों पर ईडी रेड

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Highlightsहेराफेरी करने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप विनय शंकर पर लगा है.घोखाधड़ी करने का यह मामला वर्ष 2012 से 2016 के बीच का है. मनी लांड्रिंग ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर की.

लखनऊःउत्तर प्रदेश के गोरखपुर और उसके आसपास के जिलों में बाहुबली हरिशंकर तिवारी के दिवंगत होने के बाद भी उनके परिवार की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. सोमवार को उनके छोटे बेटे विनय शंकर तिवारी के लखनऊ, गोरखपुर और गुरुग्राम के कुल आठ ठिकानों पर ईडी (प्रवर्तन निदेशालय) के अफसरों ने एक साथ रेड डाली. बीते नवंबर में भी ईडी ने विनय तिवारी के ठिकानों पर रेड डालकर 72.08 करोड़ रुपए की संपत्तियों को जब्त किया था. विनय शंकर की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड पर बैंकों के कंसोर्टियम का 1129.44 करोड़ रुपए हड़पने का आरोप है.

बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों से लोन लेकर यह हेराफेरी करने और मनी लॉन्ड्रिंग का आरोप विनय शंकर पर लगा है. इस मामले में सीबीआई भी जांच कर रही हैं. विनय शंकर तिवारी की कंपनी पर बैंकों से लोन लेकर घोखाधड़ी करने का यह मामला वर्ष 2012 से 2016 के बीच का है.

बताया जाता है कि विनय ने अपनी कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड के जरिए बैंक ऑफ इंडिया समेत कई बैंकों से लोन लेकर हेराफेरी की. और लोन की रकम को दूसरी जगह निवेश किया. इस मामले में बैंकों की शिकायत पर सीबीआई मुख्यालय ने लोन लेकर हेराफेरी करने और मनी लॉन्ड्रिंग किए जाने का केस दर्ज किया.

इसके के बाद ईडी ने भी विनय तिवारी समेत कंपनी के समस्त निदेशक, प्रमोटर और गारंटर के खिलाफ मनी लांड्रिंग ऐक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर की. बीते साल नवंबर में ईडी के जोनल कार्यालय ने विनय तिवारी की गोरखपुर, महराजगंज और लखनऊ स्थित कुल 27 संपत्तियों को जब्त किया था, जिसकी कीमत करीब 72 करोड़ रुपये थी. इसके बाद सोमवार को ईडी के अफसरों ने गंगोत्री इंटरप्राइजेज के दफ्तर सहित लखनऊ सहित  गोरखपुर, गुरुग्राम और मुंबई के ठिकानों पर छापा मारा है.

ईडी की यह कार्रवाई सुबह शुरू हुई और खबर लिखने तक जारी है. विनय शंकर के यहां हुई रेड को लेकर ईडी ने अभी तक कोई जानकारी नहीं दी है. लखनऊ में विनय शंकर के महानगर आवास के बाहर पुलिस तैनात है और घर के भीतर किसी को जाने नहीं दिया जा रहा है.

पूर्व मंत्री के छोटे बेटे हैं विनय शंकर तिवारी

उत्तर प्रदेश में पूर्वांचल के चर्चित बाहुबली रहे हरिशंकर तिवारी उत्तर प्रदेश की कई सरकार में मंत्री रहे थे. वह चिल्लूपार विधानसभा सीट से छह बार विधायक रहे थे. विनय शंकर तिवारी उन्हे छोटे बेटे हैं. विनय बहुजन समाज पार्टी के टिकट पर चिल्लूपार विधानसभा सीट से विधायक रहे चुके हैं. वर्ष 2021 में उन्होने बसपा छोड़कर समाजवादी पार्टी में शामिल हो गए. बीते साल उन्होने सपा के टिकट पर चिल्लूपार विधानसभा सीट से चुनाव भी लड़ा था लेकिन वह चुनाव जीत नहीं सके.  

Web Title: Bank fraud case Vinay Shankar Tiwari Accused embezzling Rs 1129-44 crores ED raids total 8 locations Lucknow, Gorakhpur and Gurugram

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