ट्रेन की चपेट में आने से 90 भेड़ों की कटकर मौत, भेड़ों के शवों को खा रहे आठ गिद्धों की दूसरी ट्रेन की चपेट में आने से मरे, कुत्तों के झुंड के कारण गई जान
By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: December 26, 2022 15:33 IST2022-12-26T15:32:01+5:302022-12-26T15:33:10+5:30
तुलसीपुर के उपजिलाधिकारी मंगलेश दुबे ने सोमवार को बताया कि हादसे की रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन और रेलवे विभाग को उचित कार्यवाही के लिये भेजी जा रही है।

अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
बलरामपुरः बलरामपुर जिले के पचपेड़वा थाना इलाके में गोरखपुर-गोंडा रेल मार्ग पर एक ट्रेन की चपेट में आने से 90 भेड़ों की कटकर मौत हो गई और भेड़ों के शवों को खा रहे आठ गिद्धों की दूसरी ट्रेन की चपेट में आने से मौत हो गयी। एक अधिकारी ने सोमवार को यह जानकारी दी।
उन्होंने बताया कि घटना रविवार की है जब विशनपुर कोडर गांव निवासी प्रभु राम अपनी भेड़ों को चराने गया था। जुड़ीकुंया गांव के पास उसकी भेड़ों पर कुत्तों के झुंड ने हमला कर दिया। उन्होंने बताया कि जान बचाने के लिए भेड़ें भाभर नाले पर बने सरयू नहर पुल की तरफ भागी, तभी गोरखपुर से चलकर लखनऊ जाने वाली एक ट्रेन आ गई और रेलवे पुल पार रही करीब 90 भेड़ें उसकी चपेट में आ गई।
भेड़ों की ट्रेन से कटकर मौके पर ही मौत हो गई। कुत्तों को भगाने के लिए प्रभु राम भी दौड़ा लेकिन ट्रेन के आ जाने से उसने नहर में कूदकर अपनी जान बचाई। मोतीनगर गांव (जिस जगह यह हादसा हुआ) के प्रधान नंद कुमार पांडेय ने बताया कि ट्रेन से कटकर मरी भेड़ों को देखकर कई गिद्ध आ गए और भेड़ों के अवशेष खा रहे थे तभी गोरखपुर की ओर से एक दूसरी ट्रेन आ गई।
उसकी चपेट में आकर आठ गिद्ध मर गए। घटना के बाद क्षेत्रीय विधायक एसपी यादव ने गांव का दौरा कर भेड़ों के स्वामी को 40 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है। उन्होंने बताया कि रेल मंत्री एवं प्रदेश सरकार से 40 लाख रुपये मुआवजा देने की मांग की है।
तुलसीपुर के उपजिलाधिकारी मंगलेश दुबे ने सोमवार को बताया कि हादसे की रिपोर्ट बनाकर जिला प्रशासन और रेलवे विभाग को उचित कार्यवाही के लिये भेजी जा रही है। उन्होंने बताया कि मृत भेड़ों और गिद्धों के अवशेष हटाने के निर्देश दिए गए हैं ताकि बीमारी न फैलने पाए।