असम राइफल्स ने मणिपुर की IPS अधिकारी के छेड़छाड़ के आरोप को किया खारिज
By भाषा | Published: January 22, 2020 03:13 PM2020-01-22T15:13:11+5:302020-01-22T15:13:11+5:30
अर्धसैनिक बल ने मंगलवार शाम को एक बयान में कहा कि 19 जनवरी को आईपीएस अधिकारी ने अपने वाहन की जांच नहीं कराई और चौकी पर लगी कतार को तोड़ते हुए आगे बढ़ गईं। बयान के अनुसार वाहन को असम राइफल्स के जवानों ने रोका और यात्रियों को अपनी पहचान बताने को कहा जो चौकी पर दैनिक जांच का हिस्सा है।
असम राइफल्स ने मणिपुर की एक आईपीएस अधिकारी के उस आरोप को खारिज किया है कि मणिपुर जांच चौकी में तैनात एक राइफलमैन ने उन पर हमला किया और छेड़छाड़ की। इसने आरोपों को ‘‘निराधार, मनगढ़ंत और दुर्भावनापूर्ण’’ करार देते हुए आरोप लगाया कि अधिकारी म्यामां में अवैध रूप से घुसीं और वहां से कुछ अज्ञात सामान खरीदा। हालांकि असफ राइफल्स ने मामले की ‘‘निष्पक्ष’’ जांच का आश्वासन दिया। आईपीएस अधिकारी की लिखित शिकायत पर पुलिस ने राइफलमैन पी के पांडे के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है।
अधिकारी ने आरोप लगाया है कि जब वह 19 जनवरी को भारत-म्यामां सीमा से लौट रही थीं तो तेंगनूपाल जिले के खुदेंगाताबी चौकी में राइफलमैन ने उन पर हमला किया और छेड़छाड़ की। राज्य महिला आयोग ने राइफलमैन को 27 जनवरी को या इससे पहले अपने समक्ष तलब किया है और महिला की शिकायत को राष्ट्रीय महिला आयोग एवं मुख्यमंत्री कार्यालय को भेज दिया है। मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने कहा है कि चूंकि प्राथमिकी दर्ज हो गई है, इसलिए असम राइफल्स को कानून के मुताबिक राइफलमैन को सौंपने के लिए कहा गया है। उन्होंने कहा, ‘‘हम कानूनी कार्रवाई करेंगे।’’
अर्धसैनिक बल ने मंगलवार शाम को एक बयान में कहा कि 19 जनवरी को आईपीएस अधिकारी ने अपने वाहन की जांच नहीं कराई और चौकी पर लगी कतार को तोड़ते हुए आगे बढ़ गईं। बयान के अनुसार वाहन को असम राइफल्स के जवानों ने रोका और यात्रियों को अपनी पहचान बताने को कहा जो चौकी पर दैनिक जांच का हिस्सा है। इसके अनुसार, ‘‘महिला अपने हथियारबंद सुरक्षाकर्मियों के साथ थीं और उन्होंने अपमानजनक एवं अभद्र भाषा में बहस शुरू कर दी। संभवत: वाहन में मौजूद अज्ञात एवं संदिग्ध सामान की जांच से बचने के इरादे से ऐसा किया गया।’’
बयान के अनुसार बार-बार अनुरोध करने के बावजूद महिला ने अपनी पहचान नहीं बताई और बार-बार यही कहती रहीं, ‘‘क्या तुम मुझे नहीं जानते?’’ इसके अनुसार, फिर महिला ने तस्वीरें खींचनी शुरू कर दीं जिसका पी के पांडे ने विरोध किया क्योंकि संवेदनशील चौकी पर तस्वीरें खींचने पर रोक है। बयान में कहा गया कि जब असम राइफल्स के दो वरिष्ठ अधिकारियों ने महिला से मामला सौहार्दपूर्ण ढंग से सुलझाने का अनुरोध किया तो उन्होंने कहा, ‘‘जवान को मेरे सामने झुकाके दस जूते मारो तो मैं माफी स्वीकार करूंगी।’’ इसमें कहा गया कि महिला अधिकारी और उनके सुरक्षाकर्मी किसी सुरक्षा वाहन के बिना अपने अधिकारक्षेत्र से बाहर अपने निजी हथियारों के साथ सादा कपड़ों में थे।
बयान के अनुसार, ‘‘यह सोच से परे है कि जवान ने आईपीएस अधिकारी से छेड़छाड़ या शारीरिक हमले की कोशिश की, बल्कि महिला खुद जवान पर चिल्ला रही थी...। यह सरासर आधिकारिक पद, शक्ति के दुरुपयोग और अधिकारी द्वारा अकड़ दिखाने का मामला है।’’ असम राइफल्स ने कहा कि उसके पास महिला के म्यामां में घुसते और संदिग्ध वस्तु से भरे ‘‘तथाकथित आधिकारिक’’ वाहन का वीडियो भी है। इसमें कहा गया कि भारत-म्यामां सीमा पर एक जनवरी 2019 से 500 करोड़ रुपये से अधिक का मादक पदार्थ जब्त किया गया है।