मुंद्रा बंदरगाह पर रखे कंटेनर में मिली 75.3 किलोग्राम हेरोइन, कीमत 376.5 करोड़ रुपये, गुजरात एटीएस ने किया जब्त
By आशीष कुमार पाण्डेय | Published: July 13, 2022 03:33 PM2022-07-13T15:33:13+5:302022-07-13T15:38:12+5:30
गुजरात के एटीएस द्वारा मुंद्रा पोर्ट पर जब्त की गई 75.3 किलोग्राम हेरोइन के बारे में जानकारी देते हुए गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने बताया कि बरामद की गई हेरोइन कपड़े के रोल के अंदर छिपाकर रखी गई थी ताकि एटीएस अधिकारियों को चकमा दिया जा सके।
कच्छ: गुजरात के मुंद्रा पोर्ट पर प्रदेश के एंटी टेररिस्ट स्क्वॉड (एटीएस) ने रखे एक कंटेनर से 75.3 किलोग्राम हेरोइन जब्त की है, जिसकी कीमत अन्तर्राष्ट्रीय बाजार में 376.5 करोड़ रुपये बताई गई है।
छापेमारी के बाद प्रेस से वार्ता करते हुए गुजरात के पुलिस महानिदेशक आशीष भाटिया ने बताया कि बरामद की गई हेरोइन कपड़े के रोल के अंदर छिपाकर रखी गई थी ताकि एटीएस अधिकारियों को चकमा दिया जा सके, लेकिन पक्की खबर के आधार पर एटीएस ने कंटेनर की सघन तलाशी ली और 75.3 किलोग्राम हेरोइन बरामद किया।
उन्होंने बताया कि अन्तर्राष्ट्रीय तस्करों ने इसे संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) से भेजा था और इस बड़ी खेप को पंजाब ले जाया जाना था।
इसके साथ डीजीपी अशीष भाटिया ने राजधानी गांधीनगर में कहा कि हमें इस हेरोइन के बारे में पुख्ता जानकारी पंजाब पुलिस के द्वारा मिली थी। जिन्होंने करीब ढाई महीने पहले गुजरात एटीएस को बताया था कि मुंद्रा पोर्ट पर यूएई से पहुंचे एक शिपिंग कंटेनर में ड्रग्स हो सकता है और इसे पंजाब पहुंचाया जा सकता है।
उन्होंने कहा, “पंजाब पुलिस से बुनियादी जानकारी मिलने के बाद गुजरात एटीएस ने पंजाब पुलिस के एक सब-इंस्पेक्टर के साथ टीम बनाई और सीधे मुंद्रा पोर्ट पर छापा मारा। तलाशी के दौरान टीम को पोर्ट के कंटेनर स्टेशन में रखे दो संदिग्ध कंटेनरों के बारे में पता चला। यह कंटेनर 13 मई को यूएई के अजमान फ्री जोन से मुंद्रा पोर्ट पहुंचे थे।
डीजीपी ने आगे बताया, "पूरा कंटेनर कपड़ों के रोल से भरा था। टीम ने जब कंटेनर में रखे 540 कपड़े के रोल को बारीकी से खंगाला तब उसके भीतर छिपाकर रखे गये 64 हेरोइन के पैकेट मिले। कार्डबोर्ड से बने लंबे बेलनाकार पाइप पर एक कपड़ा लपेटा गया था। ड्रग तस्करों ने गत्ते के पाइप पर बड़े व्यास का प्लास्टिक पाइप लगाकर कैविटी बना ली थी और हेरोइन के पैक्टेस को उन कैविटी में भर दिया था। उसके उपर कार्बन टेप से सील किया गया था ताकि वो एक्स-रे जांच में पकड़ न आ सके।" (समाचार एजेंसी पीटीआई के इनपुट के साथ)