श्रीलंका के पूर्व दिग्गज क्रिकेटर सनथ जयसूर्या पर आईसीसी भ्रष्टाचार निरोधक संहिता को तोड़ने के दो मामले दर्ज किये है और जिसमें उन्हें दो सप्ताह के अंदर जवाब देने के लिए कहा गया है। अगर जयसूर्या इस मामले में दोषी पाए जाते हैं तो उन पर कम से कम छह महीने और अधिक से अधिक दो साल के लिए बैन हो सकते हैं।
जयसूर्या को आईसीसी एंटी-करप्शन कोड 2.4.6 और 2.4.7 तोड़ने का आरोप लगा है। धारा 2.4.6 में भ्रष्टाचार रोधी इकाई (एसीयू) से बिना किसी स्पष्टीकरण के जांच में सहयोग नहीं करने के अलावा उससे जुड़ी दस्तावेज नहीं मुहैया करना शामिल है। धारा 2.4.7 के तहत जांच के लिए प्रासंगिक साक्ष्य या दस्तावेज और अन्य जानकारी से छेड़छाड़ कर जांच को प्रभावित करना शामिल है।
टाइम्स ऑफ इंडिया ने आईसीसी के सूत्रों के हवाले से लिखा है कि अगर 2.4.6 के तहत अगर जयसूर्या दोषी पाए जाते हैं तो कम से कम छह महीने और ज्यादा से ज्यादा पांच साल तक का बैन लग सकता है। वहीं धारा 2.4.7 के तहत पांच साल तक का बैन और फाइन लग सकता है।
वहीं जयसूर्या ने पूरे मामले पर सफाई देते हुए कहा है कि हमेशा दिया सच्चाई का साथ दिया है। जयसूर्या ने कहा कि ‘मेरे पास इस मामले में जवाब देने के लिए 14 दिन का समय हैं। मुझे कानूनी तौर पर सलाह दी गई है कि मैं इस मामले में कोई भी प्रतिक्रिया ना करूं, क्योंकि उससे आईसीसी के नियमों का उल्लंघन होगा। मैं हालांकि यह बता सकता हूं कि मुझ पर जो आरोप लगे है वह मैच फिक्सिंग, पिच फिक्सिंग या ऐसी किसी अन्य गतिविधियों से जुड़ी नहीं है।’’
बता दें कि क्रिकेट को अलविदा कहने के बाद जयसूर्या ने राजनीति में भी हाथ आजमाया और संसद के लिए चुने जाने के बाद मंत्री भी बने। वह 2013 में श्रीलंका क्रिकेट के चयन समिति के अध्यक्ष भी बने, लेकिन 2015 में टीम की असफलता के बाद उनका कार्यकाल खत्म हो गया।