इंग्लैंड को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले पॉल कॉलिंगवुड ने 42 साल की उम्र में क्रिकेट से लिया संन्यास

Paul Collingwood: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान पॉल कॉलिंगवुड ने 42 साल की उम्र में क्रिकेट को कहा अलविदा

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 13, 2018 03:55 PM2018-09-13T15:55:26+5:302018-09-13T15:55:26+5:30

Paul Collingwood retires from all forms of cricket | इंग्लैंड को पहला वर्ल्ड कप जिताने वाले पॉल कॉलिंगवुड ने 42 साल की उम्र में क्रिकेट से लिया संन्यास

पॉल कॉलिंगवुड ने लिया क्रिकेट से संन्यास (courtsey: @englandCricket/Twitter)

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लंदन, 13 सितंबर: इंग्लैंड के पूर्व कप्तान पॉल कॉलिंगवुड ने इस सीजन के अंत में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्याल लेने का ऐलान किया है। इसके साथ ही कॉलिंगवुड के 22 साल लंबे प्रथम श्रेणी करियर का अंत हो जाएगा। कॉलिंगवुड अपना आखिरी मैच डरहम के लिए मिडिलसेक्स के खिलाफ 24 सितंबर को खेलेंगे।

42 वर्षीय कॉलिंगवुड 2010 में इंग्लैंड को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप जिताते हुए कोई वैश्विक खिताब जिताने वाले इंग्लैंड के पहले कप्तान बने थे। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 68 टेस्ट, 197 वनडे और 36 टी20 मैच खेले। कॉलिंगवुड ने अपना प्रथम श्रेणी डेब्यू 1996 में डरहम के लिए किया था। उन्होंने 2013 में काउंटी चैंपियनशिप जीती और उसके एक साल बाद वनडे कब जीता।  

कॉलिंगवुड तीन बार एशेज जीतने वाली इंग्लैंड टीम के सदस्य रहे और 2007 में वह विजडन के सर्वश्रेष्ठ टॉप-5 क्रिकेटरों में शामिल थे। उन्होंने अपने करियर में 4259 रन और प्रथम श्रेणी क्रिकेट में 16891 रन बनाए जबकि वनडे में उनके नाम 5092 रन दर्ज हैं। 


कॉलिंगवुड ने 2011 में इंग्लैंड की ऑस्ट्रेलिया में एशेज सीरीज जीत के बाद टेस्ट क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। लेकिन वह इसके बाद भी डरहम के लिए बेहतरीन बैटिंग करते रहे। 

कॉलिंगवुड इंडियन प्रीमियर लीग की टीमों राजस्थान रॉयल्स और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए भी खेले। इसके अलावा वह बिग बैश लीग में पर्थ स्कॉर्चर्स के लिए खेले और उसके कोच भी रहे।  

अपने संन्यास की घोषणा करते हुए कॉलिंगवुड ने कहा, 'मैं जानता था कि ये दिन आखिरकार आएगा लेकिन ये आसान नहीं रहा है-हालांकि ये भावुक निर्णय है, लेकिन मैं जानता हूं कि यही सही समय है और मैं मुझे इसका सुकून है मैंने इस खेल को अपनी क्षमता का आखिरी कतरा तक दिया है।'

उन्होंने कहा, 'मैंने डरहम और इंग्लैंड दोनों के लिए इतना कुछ हासिल किया है जिसकी शायद ही कभी मैंने कल्पना की होगी। मैं इतने अच्छे और सम्मानित करियर के लिए खुद को सौभाग्यशाली समझता हूं।' 

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