पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान का खुलासा, शाहिद अफ्ररीदी ने कैसे छीनी थी कप्तानी, कई सीनियर ने की बगावत

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान ने दावा किया कि शाहिद अफ्ररीदी जैसे सीनियर खिलाड़ियों की कप्तान बनने की महत्वकांक्षा के कारण उनके खिलाफ 2009 में खिलाड़ियों ने बगावत की थी।

By सतीश कुमार सिंह | Published: July 01, 2021 3:01 PM

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ठळक मुद्देआखिरी चार साल पाकिस्तान के साथ पूरे समय अपने कमरे में बिताए और सिर्फ अपने क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया।2016 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ मैच से एक दिन पहले अचानक वनडे से संन्यास की घोषणा कर दी थी। यूनिस ने कहा कि उनके खिलाफ बगावत उनकी कप्तानी शैली या रवैये के कारण नहीं की गयी थी।

कराचीः पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान ने बड़ा खुलासा किया है। 2009 में सीनियर खिलाड़ियों ने मेरे खिलाफ बगावत की थी। 

विडंबना यह है कि 2009 के अंत में यूनिस के इस्तीफा देने के बाद मिस्बाह-उल-हक और शाहिद अफरीदी थे जिन्होंने लाल और सफेद गेंद वाले क्रिकेट में पाकिस्तान की कप्तानी की थी। यूनिस ने कहा कि उन्होंने अपने करियर के आखिरी चार साल पाकिस्तान के साथ पूरे समय अपने कमरे में बिताए और सिर्फ अपने क्रिकेट पर ध्यान केंद्रित किया।

2016 में संन्यास की घोषणा

2016 में उन्होंने इंग्लैंड के खिलाफ मैच से एक दिन पहले अचानक वनडे से संन्यास की घोषणा कर दी थी। यूनिस ने कहा कि उनके खिलाफ बगावत उनकी कप्तानी शैली या रवैये के कारण नहीं की गयी थी। यूनिस ने एक टीवी चैनल से कहा, ‘‘यदि खिलाड़ियों को मुझसे समस्या थी तो उन्हें मेरे पास आकर बात करनी चाहिए थे। वे दावा कर रहे थे कि वे मुझे कप्तानी से नहीं हटाना चाहते थे लेकिन केवल इतना चाहते हैं कि क्रिकेट बोर्ड मुझसे बात करके रवैया बदलने के लिये कहे। ’’

पाकिस्तान की तरफ से टेस्ट क्रिकेट में सर्वाधिक रन बनाने वाले बल्लेबाज ने कहा, ‘‘फिर ऐसा कैसे हुआ कि जब खिलाड़ियों ने पीसीबी (पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड) के तत्कालीन अध्यक्ष एजाज बट से मुलाकात की तो एक सीनियर खिलाड़ी, जाहिर तौर पर अफरीदी ने कप्तान बदलने की मांग की। मेरा मानना है कि यह बगावत कप्तानी की उनकी महत्वकांक्षा से जुड़ा था। ’’ यूनिस को 2009 के आखिर में कप्तानी छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद मिसबाह उल हक को टेस्ट और अफरीदी को सीमित ओवरों की टीम का कप्तान बनाया गया था।

यूनिस ने स्पष्ट किया, हसन अली के साथ बहस के कारण बल्लेबाजी कोच का पद नहीं छोड़ा

पाकिस्तान के पूर्व कप्तान यूनिस खान ने इन खबरों को खारिज किया है कि बल्लेबाज हसन अली के साथ बहस के बाद उन्होंने राष्ट्रीय टीम के बल्लेबाजी कोच का पद छोड़ा था। यूनिस ने हालांकि अनुबंध से जुड़ी बाध्यताओं का हवाला देकर अपने फैसले के असल कारणों के बारे में खुलासा करने से भी इनकार कर दिया। यूनिस ने कुछ दिन पहले इस्तीफा दे दिया था लेकिन ना तो उन्होंने और ना ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इसके संदर्भ में कोई स्पष्टीकरण दिया।

बाद में मीडिया में आई खबरों में कहा गया कि ट्रेनिंग सत्र के बाद ‘आइस बाथ’ को लेकर अली के साथ बहस के बाद हुई घुटनाओं के कारण यूनिस ने ऐसा किया। यूनिस ने ‘जंग’ समाचार पत्र को दिए साक्षात्कार में कहा, ‘‘मैं स्पष्ट कर देता हूं कि बल्लेबाजी कोच का पद छोड़ने के मेरे फैसले के पीछे का कारण हसन अली के साथ हुई घटना नहीं है। इस पूरे प्रकरण को बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया गया।’’

उन्होंने कहा, ‘‘हां, ट्रेनर यासिर मलिक ने मुझे हसन अली से बात करने और उन्हें यह समझाने के लिए कहा था कि उन्हें आइस बाथ लेना चाहिए। इसके बाद बहस हुई लेकिन हसन ने बाद में माफी मांग ली और यह मामला खत्म हो गया।’’ यूनिस ने कहा कि उनके इस्तीफा देने का कारण कुछ और था लेकिन वह पीसीबी के साथ अनुबंध से बंधे हुए हैं जो उन्हें छह महीने तक इस मामले में बोलने की स्वीकृति नहीं देता।

उन्होंने कहा, ‘‘पाकिस्तान क्रिकेट और पीसीबी के हित में मैंने अब तक इस मामले में कोई टिप्पणी नहीं की है और हमारी टीम इंग्लैंड का दौरा भी कर रही है। ’’ यूनिस ने कहा कि पीसीबी में कुछ ऐसे लोग हैं जिन्होंने चीजों को लीक करके उनका भरोसा तोड़ा और प्रतिष्ठा को नुकसान पहुंचाया।

(इनपुट एजेंसी)

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