कौन हैं कौशिक मैती?, दोनों हाथों से गेंदबाजी करने में सक्षम

मुख्य कोच गौतम गंभीर या गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल की ओर से कोई विशेष निर्देश नहीं दिए गए थे।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Updated: November 18, 2025 17:37 IST2025-11-18T17:35:40+5:302025-11-18T17:37:37+5:30

Who is kaushik maity Bowled nets Sai Sudarshan, Washington Sundar, Ravindra Jadeja, Devdutt Padikkal and Dhruv Jurel, Capable of bowling both hands | कौन हैं कौशिक मैती?, दोनों हाथों से गेंदबाजी करने में सक्षम

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Highlightsभारतीय टीम के नेट पर गेंदबाजी का मेरा पहला अनुभव था।विभिन्न फ्रेंचाइजी के आईपीएल नेट सत्र में गेंदबाजी की है। गेंदबाजी करना मेरे लिए सीखने का अनुभव था।

कोलकाताः भारतीय बल्लेबाजों को ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर और बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज के खतरे से निपटने में मदद करने के लिए तैयार की गई मैच जैसी स्थितियों के दौरान मंगलवार को ईडन गार्डन्स में एक अप्रत्याशित गेंदबाज सुर्खियों में आया। दोनों हाथों से गेंदबाजी करने में सक्षम बंगाल के स्पिनर कौशिक मैती ने वैकल्पिक अभ्यास सत्र के दौरान दोनों भूमिकाओं को सहजता से निभाया। सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में बंगाल का प्रतिनिधित्व कर चुके 26 वर्षीय मैती ने सहजता से अपनी शैली बदली और बाएं हाथ के बल्लेबाजों को ऑफ स्पिनर और दाएं हाथ के बल्लेबाजों को बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी की। शीर्ष प्रथम डिवीजन क्लब कालीघाट के लिए खेलने वाले मैती ने कहा, ‘‘यह भारतीय टीम के नेट पर गेंदबाजी का मेरा पहला अनुभव था।

हालांकि मैंने ईडन गार्डन्स में मुकाबलों के दौरान विभिन्न फ्रेंचाइजी के आईपीएल नेट सत्र में गेंदबाजी की है। आज मैंने साई सुदर्शन, वाशिंगटन सुंदर, रविंद्र जडेजा और देवदत्त पडिक्कल को ऑफ स्पिन गेंदबाजी की। ध्रुव जुरेल को मैंने बाएं हाथ की स्पिन गेंदबाजी की।’’ उन्होंने स्पष्ट किया कि मुख्य कोच गौतम गंभीर या गेंदबाजी कोच मोर्ने मोर्कल की ओर से कोई विशेष निर्देश नहीं दिए गए थे।

बंगाल के लिए आठ लिस्ट ए और तीन टी20 मैच खेलने वाले मैती ने कहा, ‘‘मैंने उस पर ध्यान केंद्रित किया जो मैं गेंदबाजी करना चाहता था। भारतीय खिलाड़ियों या कोच ने मुझे किसी विशिष्ट क्षेत्र में गेंदबाजी करने के लिए नहीं कहा। विश्व स्तरीय खिलाड़ियों के खिलाफ गेंदबाजी करना मेरे लिए सीखने का अनुभव था।’’

किसी भी अच्छे युवा स्पिनर के लिए आईपीएल अनुबंध हासिल करने की संभावना अच्छी होती है और मैती जानते हैं कि अपने टी20 कौशल को निखारना आवश्यक है। उन्होंने कहा कि मंगलवार जैसे सत्र अनुभव के लिहाज से बहुमूल्य होते हैं। उन्होंने कहा, ‘‘जड्डू भाई (रविंद्र जडेजा) को गेंदबाजी करने और कुछ संदेह दूर करने का मौका मिलना मेरे लिए एक सपने के सच होने जैसा था।’’

तो जडेजा की वह कौन सी खास सलाह थी जो उनके लिए महत्ववपूर्ण रही। मैती ने विस्तार से बताया,‘‘जड्डू भाई ने मेरे खिलाफ बल्लेबाजी करने के बाद देखा कि मेरी गेंदबाजी की स्वाभाविक लेंथ लगभग चार से पांच मीटर है। उन्होंने कहा कि मुझे अपनी लंबाई एक मीटर (छह से सात मीटर) पीछे करनी होगी और गेंद को तेजी से अंदर डालना होगा जिससे बल्लेबाजों को प्रतिक्रिया देने का कम समय मिले।’’

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