HighlightsGautam Gambhir team india coach: बोर्ड ने राहुल द्रविड़ की जगह लेने के लिए गंभीर को चुना।Gautam Gambhir team india coach: पूर्व भारतीय बल्लेबाज डब्ल्यूवी रमन अन्य दावेदार थे।Gautam Gambhir team india coach: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने घोषणा की।
Gautam Gambhir Team India New Coach: भारतीय क्रिकेट टीम में परिवर्तन शुरू हो गया है। परिवर्तन ही संसार का नियम है। राहुल द्रविड़ ने 11 साल बाद टीम इंडिया को आईसीसी ट्रॉफी दिलाई। अब पूर्व कप्तान और भाजपा के पूर्व सांसद गौतम गंभीर कमान संभालेंगे। गंभीर को भारतीय क्रिकेट टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया। भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के सचिव जय शाह ने घोषणा की। 242 मैच खेलते हुए 10324 रन बनाए। इस दौरान 20 शतक और 63 फिफ्टी भी ठोके। पूर्व भारतीय बल्लेबाज डब्ल्यूवी रमन अन्य दावेदार थे। बोर्ड ने राहुल द्रविड़ की जगह लेने के लिए गंभीर को चुना।
केकेआर के पहले दो खिताब जो 2012 और 2014 में आए
कोलकाता नाइट राइडर्स टीम ने गंभीर ने इंडियन प्रीमियर लीग 2024 के दौरान मेंटर किया था। केकेआर ने लिखा कि अपनी राष्ट्रीय टीम को कोचिंग देने से बड़ा कोई सम्मान नहीं है। गंभीर की देखरेख में केकेआर ने 2024 में अपना तीसरा आईपीएल खिताब जीता था। केकेआर के पहले दो खिताब जो 2012 और 2014 में आए थे, गंभीर की कप्तानी में आए थे।
राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी20 विश्व कप 2024 के समापन के बाद समाप्त हो गया था
टीम इंडिया के मुख्य कोच के रूप में राहुल द्रविड़ का कार्यकाल टी20 विश्व कप 2024 के समापन के बाद समाप्त हो गया था। रोजर बिन्नी ने मेन इन ब्लू के साथ शानदार प्रदर्शन के लिए पूर्व मुख्य कोच राहुल द्रविड़ को धन्यवाद दिया। अपने कभी हार न मानने के जज्बे के कारण भारतीय क्रिकेट में अलग पहचान बनाने वाले गौतम गंभीर को अपनी शर्तों पर काम करने वाला व्यक्ति भी माना जाता है।
यह देखना दिलचस्प होगा कि भारतीय टीम के मुख्य कोच की भूमिका में वह किस तरह से आगे बढ़ते हैं। गंभीर वह खिलाड़ी हैं जिन्होंने वीरेंद्र सहवाग के साथ मिलकर भारतीय सलामी जोड़ी को नई दिशा दी थी लेकिन उन्हें अपने मुखर व्यक्तित्व के लिए भी जाना जाता है और यही वजह है कि वनडे विश्व कप 2011 में खिताब जीत का श्रेय केवल महेंद्र सिंह धोनी को मिलने पर उन्होंने जब तब आपत्ति जताई।
गंभीर का जन्म 14 अक्तूबर 1981 को दिल्ली में हुआ
आईपीएल में कोलकाता नाइट राइडर्स को दो बार चैंपियन बनाकर उन्होंने साबित कर दिया कि वह एक कुशल रणनीतिकार हैं। इस साल आईपीएल में वह कोलकाता के मेंटर बने थे और यह टीम तीसरी बार खिताब जीतने में सफल रही थी। एक क्रिकेटर के रूप में गंभीर की बात करें तो यह कहा जा सकता है कि वह अपने साथी बल्लेबाजों वीरेंद्र सहवाग, राहुल द्रविड़, सचिन तेंदुलकर और वीवीएस लक्ष्मण के कुछ न कुछ गुण खुद में समाहित किये हुए है। गंभीर का जन्म 14 अक्तूबर 1981 को दिल्ली में हुआ और उन्होंने अपने राज्य के ही साथी सहवाग के साथ मिलकर भारत की सबसे मजबूत सलामी जोड़ी बनायी।
गंभीर ने 2004 में टेस्ट क्रिकेट में पदार्पण किया लेकिन 2008 तक उनका करियर उतार चढ़ाव वाला रहा। इस बीच पहले 17 टेस्ट मैच में वह केवल एक शतक लगा पाये थे लेकिन इसके बाद अगले 14 टेस्ट मैच में आठ शतक लगाने में सफल रहे। इसके बाद हालांकि टेस्ट मैचों में उनका फार्म गड़बड़ा गया और आखिरी 17 टेस्ट मैच से वह शतक लगाने में नाकाम रहे।
गंभीर के नाम पर 4000 से अधिक टेस्ट और 5000 से अधिक वनडे रन दर्ज
एकदिवसीय मैचों में वह लगातार अपनी छाप छोड़ते रहे हैं। इंडियन प्रीमियर लीग में कोलकाता नाइटराइडर्स ने उनकी अगुवाई में 2012 और 2014 में खिताब जीता था। उन्हें आईपीएल में सबसे अधिक कीमत (11 करोड़ रुपये से भी अधिक) में खरीदा गया था। गंभीर के नाम पर 4000 से अधिक टेस्ट और 5000 से अधिक वनडे रन दर्ज हैं।
गंभीर अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने में सक्षम: कोच भारद्वाज
भारतीय टीम के मुख्य कोच नियुक्त किए गए गौतम गंभीर के बचपन के कोच संजय भारद्वाज का मानना है कि यह पूर्व सलामी बल्लेबाज अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने की क्षमता रखता है और चुनौतियों का डटकर सामना करने की उनकी आदत राष्ट्रीय टीम के लिए जीत की आदत बन सकती है। गंभीर को मंगलवार को भारतीय पुरुष टीम का मुख्य कोच नियुक्त किया गया।
वह राहुल द्रविड़ की जगह लेंगे जिनका कार्यकाल टी20 विश्व कप के बाद समाप्त हो गया था। भारद्वाज ने पीटीआई वीडियो से कहा,‘‘गौतम के पास अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवाने की योग्यता है। एक शीर्ष कोच का काम यही होता है। गौती अपने खिलाड़ियों को अच्छी तरह से जानते हैं और उनका प्रभावी ढंग से उपयोग करके उनसे सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करवा सकते हैं।’’
अब इस खिताब को जीतने की पूरी उम्मीद
उन्होंने कहा,‘‘ मेरा मानना है कि कोच के रूप में उनमें भारत को चरम पर ले जाने की क्षमता है। वह बिना किसी पक्षपात के ईमानदारी से काम कर सकते हैं और भारतीय क्रिकेट में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन ला सकते हैं। भारत पिछले 13 वर्ष है (वनडे) विश्व कप नहीं जीत पाया है लेकिन अब इस खिताब को जीतने की पूरी उम्मीद है।’’
अमित मिश्रा, उन्मुक्त चंद और नितीश राणा जैसे कई खिलाड़ियों को तैयार करने वाले भारद्वाज का मानना है कि गंभीर किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने के लिए हर समय तैयार रहते हैं। उन्होंने कहा,‘‘वह हमेशा चुनौती का सामना करते हुए खेलते हैं। जब वह 10 वर्ष के थे तब से उनमें जीत की मानसिकता है। वह हमेशा जीतने के लिए खेलते थे।
उन्होंने कभी नहीं सोचा कि वह कोई मैच हार सकते हैं। उन्हें अपनी क्षमता पर कभी संदेह नहीं रहा। उनमें किसी भी तरह की चुनौती का सामना करने और उसने सफल होने की योग्यता है।’’ गंभीर ने 2011 में महेंद्र सिंह धोनी की अगुआई में भारत को वनडे विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई थी।
मैन ऑफ द मैच विराट को दे दिया था
भारद्वाज ने कहा कि गंभीर ने तब रोहित शर्मा के स्टार खिलाड़ी बनने की भविष्यवाणी कर दी थी जब वर्तमान भारतीय कप्तानअपने शुरुआती दिनों में खराब फॉर्म से गुजर रहा था। उन्होंने कहा,,‘‘गंभीर ने विराट कोहली और रोहित शर्मा के साथ क्रिकेट खेली है। एक बार उन्होंने अपना मैन ऑफ द मैच विराट को दे दिया था जिससे पता चलता है कि वह दिल के कितने सच्चे इंसान हैं।
उन्होंने मुझे बहुत पहले बता दिया था कि रोहित शर्मा एक दिन स्टार खिलाड़ी बनेगा जो सही साबित हुआ।’’ भारद्वाज ने कहा,‘अगर गौतम को लगता है कि यह चीज टीम के लिए सही है तो वह अपने फैसले पर अडिग रहेंगे। गौतम जीतने के लिए खेलते हैं। उन्हें पता है कि क्या करना है और एक निश्चित टीम संयोजन बनाने पर ध्यान केंद्रित करते हैं। पक्षपात में विश्वास नहीं करते, केवल क्रिकेट ही सबसे ज़्यादा पसंद है।’
कप्तानी में 2012 और 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स को आईपीएल खिताब दिलाया
खिलाड़ी के तौर पर गंभीर ने अपनी कप्तानी में 2012 और 2014 में कोलकाता नाइट राइडर्स को आईपीएल खिताब दिलाया। इसके बाद उन्होंने 2024 में आईपीएल खिताब जीतने वाली नाइट राइडर्स टीम के मार्गदर्शक (मेंटर) के तौर पर अपनी कोचिंग साख साबित की। लक्ष्मण के मुख्य कोच का पद संभालने की अनिच्छा व्यक्त करने के बाद गंभीर द्रविड़ की जगह लेने के लिए शीर्ष पसंद बन गए।
नवंबर 2021 में टी20 विश्व कप के बाद रवि शास्त्री की जगह लेने वाले द्रविड़ 2023 एकदिवसीय विश्व कप के साथ अपना दो साल का कार्यकाल समाप्त होने के बाद सेवा विस्तार पर थे। भारत के पूर्व कप्तान द्रविड़ आखिरकार भारत के टी20 विश्व कप का खिताब जीतने के बाद टीम से अलग हो गए। यह 11 वर्षों में भारत की पहली आईसीसी ट्रॉफी थी।
तिरंगे की सेवा करने को बेहद सम्मान की बात बताया
पता चला है कि गंभीर ने अपने सहायक कोच के रूप में कोलकाता नाइट राइडर्स अकादमी के प्रमुख अभिषेक नायर की सेवाएं मांगी हैं। नायर राष्ट्रीय एकदिवसीय और टेस्ट कप्तान रोहित शर्मा के भी करीबी मित्र हैं। गंभीर को अपने जीवन में केवल यही अफसोस है कि वह एक सैनिक के रूप में देश की सेवा नहीं कर सके। उन्होंने तिरंगे की सेवा करने को बेहद सम्मान की बात बताया।
पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में शीर्ष स्कोरर रहे
वर्ष 2003 में भारतीय राष्ट्रीय टीम के लिए पदार्पण करने वाले गंभीर ने सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी दृढ़ता और कौशल से जल्द ही छाप छोड़ी। गंभीर के करियर ने सही मायने में 2007 में उड़ान भरी। पहले आईसीसी टी20 विश्व कप में वह भारत की जीत के नायकों में शामिल रहे। वह पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल में शीर्ष स्कोरर रहे। उन्होंने महत्वपूर्ण 75 रन बनाए जिससे ट्रॉफी जीतने में मदद मिली।
गंभीर के करियर का शिखर 2011 का एकदिवसीय विश्व कप था। गंभीर ने एक बार फिर श्रीलंका के खिलाफ फाइनल में मैच विजयी पारी खेली। उन्होंने लक्ष्य का पीछा करते हुए 97 रन बनाए जिससे भारत 28 साल बाद एकदिवसीय विश्व कप जीतने में सफल रहा। गंभीर को राष्ट्रीय टीम के साथ कप्तान के तौर पर अपनी नेतृत्व क्षमता दिखाने का मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने अपनी कप्तानी का लोहा तब मनवाया जब उन्होंने नाइट राइडर्स की किस्मत बदल दी।
मेंटर के रूप में टीम को तीसरा खिताब दिलाया
उनके नेतृत्व ने टीम ने दो बार आईपीएल खिताब जीता। उनका कोचिंग कौशल पहली बार लखनऊ सुपर जाइंट्स के साथ सामने आया जब टीम आईपीएल 2022 और 2023 दोनों सत्र में प्ले ऑफ में पहुंची। उन्होंने इसके बाद अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन किया जब वह नाइट राइडर्स के साथ फिर से जुड़े और इस बार मेंटर के रूप में टीम को तीसरा खिताब दिलाया।