मयंक अग्रवाल के दोहरे शतक पर बोले लक्ष्मण- अपने आदर्श सहवाग की तरह खुलकर खेलें

हरभजन ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में कई साल खेलने का मयंक को फायदा मिला है क्योंकि वह जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मयंक जब आगे बढ़कर खेलते हैं तो अपने पांवों का अच्छा इस्तेमाल करते हैं और रिवर्स स्वीप का भी अच्छा नमूना पेश करते हैं।

By भाषा | Published: October 7, 2019 02:29 PM2019-10-07T14:29:12+5:302019-10-07T14:29:12+5:30

VVS Laxman comment on Mayank Agarwal double century, play like your ideal Sehwag | मयंक अग्रवाल के दोहरे शतक पर बोले लक्ष्मण- अपने आदर्श सहवाग की तरह खुलकर खेलें

मयंक अग्रवाल के दोहरे शतक पर बोले लक्ष्मण- अपने आदर्श सहवाग की तरह खुलकर खेलें

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Highlightsस्टार स्पोर्ट्स के विशेषज्ञ लक्ष्मण ने ‘क्रिकेट लाइव’ में अग्रवाल के प्रदर्शन के बारे में कहा, ‘‘वह मंझा हुआ बल्लेबाज है मयंक अग्रवाल ने अफ्रीका के खिलाफ खेले पहले टेस्ट के पहली पारी में 215 रन बनाएं।

पूर्व भारतीय दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण को लगता है कि मयंक अग्रवाल का बल्लेबाजी में ‘बेपरवाह’ अंदाज काफी हद तक वीरेंद्र सहवाग से मेल खाता है जो कर्नाटक के इस बल्लेबाज के आदर्श भी हैं। दूसरी तरफ पूर्व भारतीय स्पिनर हरभजन सिंह का मानना है कि आस्ट्रेलिया के अपने पहले टेस्ट दौरे में दो अर्धशतक जमाकर लोगों का ध्यान अपनी तरफ खींचने वाले अग्रवाल ने दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ विशाखापत्तनम में दोहरा शतक (215) बनाने से राष्ट्रीय टीम में अपनी जगह पक्की कर दी है।

स्टार स्पोर्ट्स के विशेषज्ञ लक्ष्मण ने ‘क्रिकेट लाइव’ में अग्रवाल के प्रदर्शन के बारे में कहा, ‘‘वह मंझा हुआ बल्लेबाज है और इस मैच में उनका रवैया घरेलू क्रिकेट जैसा ही था। खिलाड़ी अमूमन घरेलू और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने खेल का तरीका बदल देते हैं लेकिन उन्होंने दोनों तरह की क्रिकेट में अपनी शैली बनाये रखी है। मानसिक मजबूती और स्थिरता उनका मजबूत पक्ष है और वह अपने पसंदीदा वीरेंद्र सहवाग की तरह बेपरवाह होकर खेलते हैं। ’’

हरभजन ने कहा कि घरेलू क्रिकेट में कई साल खेलने का मयंक को फायदा मिला है क्योंकि वह जानते हैं कि उनसे क्या उम्मीद की जा रही है। उन्होंने कहा, ‘‘मयंक जब आगे बढ़कर खेलते हैं तो अपने पांवों का अच्छा इस्तेमाल करते हैं और रिवर्स स्वीप का भी अच्छा नमूना पेश करते हैं।

उनके पास कई तरह के स्ट्रोक हैं और जब भी जरूरत पड़ती है वह इन्हें खेलते हैं। वह कड़ी मेहनत करने वाला खिलाड़ी है। घरेलू क्रिकेट में काफी समय बिताने वाला खिलाड़ी पहले ही काफी कुछ सीख चुका होता है। ’’ हरभजन ने कहा, ‘‘वे भले ही देर से राष्ट्रीय टीम में आयें लेकिन उन्हें खेल की इतनी अधिक जानकारी और अनुभव होता है कि वे अपने मौके के महत्व को समझते हैं। ’’ 

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