भारत की वर्ल्ड कप सेमीफाइनल शिकस्त पर विराट कोहली का बयान, 'ऐसी हार पचा पाना मुश्किल'

Virat Kohli: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि उनकी टीम का एक मैच में खराब प्रदर्शन की वजह से वर्ल्ड कप से बाहर होने की बात पचानी मुश्किल है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 24, 2019 1:24 PM

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ठळक मुद्देकोहली की कप्तानी में भारतीय टीम वर्ल्ड कप सेमीफाइनल में न्यूजीलैंड से हारी थीभारत ने वर्ल्ड कप में ग्रुप चरण में 9 में से 7 मैच जीते, पर सेमीफाइनल में 18 रन से हारीकोहली ने कहा कि लगातार अच्छे प्रदर्शन के बाद ऐसी हार पचा पाना बेहद मुश्किल है

टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली ने कहा है कि उन्हें आईसीसी वर्ल्ड कप 2019 के सेमीफाइनल में टीम इंडिया की हार को पचा पाना बहुत मुश्किल था। कोहली ने कहा कि उस एक मैच से पहले उनकी टीम ने ज्यादा गलतियां नहीं की थीं। 

भारतीय टीम 9 में से 7 मैच जीतते हुए 15 अंकों के साथ  वर्ल्ड कप ग्रुप चरण के बाद पहले नंबर पर रहते हुए सेमीफाइनल में पहुंची थी, लेकिन यहां वह न्यूजीलैंड के खिलाफ 239 रन का लक्ष्य भी हासिल नहीं कर पाई।

विराट कोहली ने टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए इंटरव्यू में कहा कि ऐसी हार पचा पाना आसान नहीं है। उन्होंने कहा, 'आप जागते हैं और सोचते हैं कि आपने ज्यादा गलत नहीं किया लेकिन फिर भी बाहर हैं।'

'ऐसी हार पचा पाना मुश्किल'

कोहली ने कहा, 'आपका भरोसा कायम था और हर कोई इतना अच्छा खेल रहा था और अचानक आपको पता चलता है कि आप खेल में कमतर साबित हो गए हैं, इसे पचाना बहुत मुश्किल है क्योंकि आप जानते हैं कि आपने इतनी गलतियां नहीं की थीं कि बाहर हो जाएं। जब आप गलती करते हैं तो आप उन्हें इंगित कर सकते हैं और उसकी जिम्मेदारी ले सकते हैं लेकिन जब कोई टीम आपसे बेहतर खेल जाए तो उसे स्वीकारना मुश्किल हो जाता है।'

कोहली ने कहा कि वर्ल्ड कप में हार के बावजूद उन्होंने अपने साथी खिलाड़ियों से कहा था कि वे अपना सिर ऊंचा रखें।

भारतीय कप्तान ने कहा, 'सबसे महत्वपूर्ण है कि इससे आपका चरित्र बनाता है क्योंकि ये चीज अचानक होती है। हमने टीम से कहा कि आप जिस तरह से खेले हैं उस पर आपको गर्व होना चाहिए और उसे कभी नहीं भूलना चाहिए।' 

जिस क्षण आपने जो किया है उसका श्रेय लेना बंद कर देते हैं, 'उसी समय आप खुद पर अवांछित दबाव डालने लगते हैं। जरूरी बात ये है कि आपने जो किया है उसे लेकर विनम्र बनें, लेकिन खुद को उस स्थिति तक न ले जाएं जहां अपनी हार का जश्न मनाने लगें। ये संतुलन बहुत आवश्यक है।'

'असफलताएं आपको और मजबूत बनाती हैं'

अपने बारे में कोहली ने कहा कि उन्होंने मुश्किल समय से उन्होंने एक खिलाड़ी और व्यक्ति के तौर पर सीखा है।

भारतीय कप्तान ने कहा, 'मैंने अपनी जिंदगी में सबसे ज्यादा असफलता और नाकामयाबियों से सीखा हैं।' असफलताओं ने न सिर्फ मुझे प्रेरित किया है बल्कि एक व्यक्ति के तौर पर मुझमें सुधार किया है और मुझे सफलता से ज्यादा उस समय को समझने लायक बनाया है।' 

कोहली ने कहा, 'ये सम आपको बैठकर ये सोचने का समय देता है कि अब क्या करना है, खुद के लिए रोडमैप कैसा बनाना है। साथ ही ये वक्त दिखाता है कि मुश्किल वक्त में कौन आपके साथ खड़ा रहता है और कौन आपको छोड़कर चला जाता है।' 

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