नई दिल्ली, 15 जून: टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली और स्टार विकेटकीपर बल्लेबाज एमएस धोनी ने शुक्रवार को बेंगलुरु स्थित नेशनल क्रिकेट ऐकैडमी में फिटनेस निर्धारित करने वाला यो-यो टेस्ट दिया। इस टेस्ट से ही कोहली की 3 जुलाई से शुरू हो इंग्लैंड दौरे के लिए उपलब्धता तय होगी।
कोहली को आईपीएल के दौरान लगी गर्दन की चोट की वजह से जून में इंग्लैंड की काउंटी सरे के लिए खेलने की अपनी योजना टालनी पड़ी थी।
किसी भी दौरे से पहले भारतीय टीम मैनेजमेंट द्वारा निर्धारित बेसिक फिटनेस मानदंड, यो-यो टेस्ट, टीम इंडिया के ट्रेनर शंकर बसु और अन्य सपोर्ट स्टाफ की मौजूदगी में नेशनल क्रिकेट ऐकैडमी में लिया गया।
इस टेस्ट में कोहली, धोनी के साथ-साथ सुरेश रैना, भुवनेश्वर कुमार और चोटिल केदार जाधव (इंग्लैंड दौरे के लिए किसी भी टीम में शामिल नहीं) भी शामिल हुए। हालांकि इस टेस्ट (इसे पास करने के लिए न्यूनतम 16.1 अंक की जरूरत) का परिणाम तो नहीं पता चला लेकिन इस टेस्ट के दौरान कोहली किसी परेशानी में नहीं दिखे और वह धोनी की गति को टक्कर देते दिखे।
हालांकि यो-यो टेस्ट फिटनेस का लेवल पता करने वाला टेस्ट है लेकिन इससे कोहली की गर्दन की चोट की स्थिति का भी पता चलेगा, जिससे आयरलैंड के खिलाफ 27 और 29 जून को आयलैंड के खिलाफ दो टी20 मैचों के लिए उनकी उपलब्धता का पता चलेगा।
कोहली और धोनी के टेस्ट पूरा करने के बाद जसप्रीत बुमराह, सिद्धार्थ कौल, वॉशिंगटन सुंदर, युजवेंद्र चहल और मनीष पाण्डेय भी ये टेस्ट देते नजर आए।
भारतीय टीम मैनेजमेंट ने यो-यो टेस्ट के दौरान मीडिया को एनसीए से दूर रखा और सुरक्षा अधिकारियों ने पत्रकरों को भी इस सत्र से दूर रहने को कहा।