Vijay Hazare Trophy: भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली ने बुधवार को लिस्ट ए क्रिकेट में सबसे कम पारियों में 16000 रन पूरे करके दिग्गज सचिन तेंदुलकर का रिकॉर्ड तोड़ दिया। कोहली ने यह उपलब्धि विजय हजारे ट्रॉफी के एक मैच में हासिल की। वह 330 पारियों में इस मुकाम पर पहुंचे जबकि तेंदुलकर ने 391 पारियों में यह उपलब्धि हासिल की थी। भारत के पूर्व कप्तान रोहित शर्मा ने सिक्किम के खिलाफ हाथ खोले। 94 गेंद में 155 रन बनाए, जिसमें 18 चौके और 9 छक्के शामिल हैं। न्यूजीलैंड वनडे के खिलाफ जमकर हाथ खोले।
दिल्ली की तरफ से खेल रहे 37 वर्षीय कोहली ने आंध्र के खिलाफ विजय हजारे ट्रॉफी के पहले मैच के दौरान यह उपलब्धि हासिल की। कोहली के नाम अब लिस्ट ए में 10000 से लेकर 16000 रन सबसे कम पारियों में बनाने का रिकॉर्ड है। कोहली 15 साल के बाद विजय हजारे ट्रॉफी में खेल में रहे हैं, लेकिन पूर्व भारतीय कप्तान का इस टूर्नामेंट में रिकॉर्ड शानदार है।
उन्होंने इस प्रमुख घरेलू एक दिवसीय प्रतियोगिता में 13 मैचों में 68.25 के औसत और 106 के स्ट्राइक रेट से 819 रन बनाए हैं, जिसमें चार शतक और तीन अर्धशतक शामिल हैं। टेस्ट और टी20 अंतरराष्ट्रीय प्रारूपों से संन्यास ले चुके कोहली भारत के लिए अपना अगला मैच न्यूजीलैंड के खिलाफ 11 जनवरी से शुरू होने वाली वनडे श्रृंखला में खेलेंगे।
‘हिटमैन कार्निवल’ : सात साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी खेलने वाले रोहित ने जमाया शतक
सात साल बाद विजय हजारे ट्रॉफी खेलने वाले रोहित शर्मा ने बिल्कुल ‘हिटमैन’ शैली में शतकीय पारी खेलकर गुलाबी शहर के क्रिकेटप्रेमियों के लिये क्रिसमस की पूर्व संध्या पर शानदार तोहफा दिया । इस मुकाबले को देखने के लिये 20000 से ज्यादा लोग स्टेडियम में जमा थे और सभी के लिये वजह सिर्फ एक थी ..रोहित शर्मा ।
रोहित ने अपने कैरियर का 37वां लिस्ट ए शतक जमाते हुए 93 गेंदों में 155 रन बनाये । इस पारी में उनके शानदार पूल, हवाई शॉट्स और स्वीप शॉट देखने को मिले । ऐसा लग रहा था कि लोग अपने पसंदीदा गायक के कन्सर्ट में आये हैं जो एक के बाद एक हिट गाने सुना रहा है ।
बीसीसीआई के निर्देश, राष्ट्रीय चयनकर्ताओं के सामने खुद को साबित करने की चाह या स्टार संस्कृति खत्म करने की मुख्य कोच की ख्वाहिश , इन सबसे परे यह दिन अपने हीरो को खेलते देखने आये प्रशंसकों के नाम था । स्टेडियम से रवाना होने तक रोहित के बल्ले से निकले 18 चौके और नौ छक्के उन्हें संतुष्ट करने के लिये काफी थे ।
सप्ताह के बीच में सवाई मानसिंह स्टेडियम के बाहर सुबह नौ बजे से भीड़ लगी थी । स्टेडियम करीब 80 प्रतिशत भरा हुआ था । लोग नौकरी से छुट्टी लेकर और छात्र कॉलेज छोड़कर मैदान पर जमा थे । स्टेडियम के भीतर ‘मुंबईचा राजा रोहित शर्मा’ और ‘दाल बाटी चूरमा, रोहित शर्मा सूरमा’ के नारे सुनाई दे रहे थे ।
जब दर्शकों को पता चला कि मुंबई फील्डिंग कर रही है तो हर किसी की जुबां पर एक ही दुआ थी कि सिक्किम की टीम जल्दी आउट हो जाये ताकि उन्हें रोहित की बल्लेबाजी देखने को मिले । रोहित के धुर समर्थकों ने यह नारा भी लगाया कि ‘ गंभीर किधर है, देख रहा है ना ।’ सिक्किम ने सात विकेट पर 236 रन बनाये ।
मुंबई की पारी के दौरान लोग खेल विकास परिषद की इमारत की छत पर चढ गए थे । रोहित ने जैसे ही क्रांति कुमार की गेंद पर स्क्वेयर में पहला शॉट खेला, दर्शकों के शोर से आसमान गूंज उठा । रोहित ने सिक्किम के अनुभवहीन गेंदबाजों के सामने 62 गेंद में शतक और 91 गेंद में 150 रन बनाये । वह क्रांति कुमार की गेंद पर विकेट के पीछे कैच देकर लौटे ।