कराची: विकेटकीपर बल्लेबाज उमर अकमल ने अपने ऊपर लगे भ्रष्टाचार आरोपों के खिलाफ अपील नहीं करने का फैसला किया है जबकि उन पर आरोप तय करने वाले पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने यह मामला अपने अनुशासनात्मक पैनल को सौंप दिया है।
अकमल पर आरोप है कि पाकिस्तान सुपर लीग (पीएसएल) के दौरान उनसे स्पॉट फिक्सिंग के लिये संपर्क किया गया था और उन्होंने बोर्ड को इसकी रिपोर्ट नहीं की थी। इस 29 वर्षीय बल्लेबाज को 20 फरवरी को अस्थायी तौर पर निलंबित किया गया था।
यह स्पष्ट होने के बाद कि अकमल ने सुनवाई के लिये अनुरोध नहीं किया है, पीसीबी ने यह मामला अपने अनुशासनात्मक पैनल को सौंपने का फैसला किया जिसके अध्यक्ष लाहौर हाईकोर्ट के पूर्व जज फजल मिरान चौहान हैं। पीसीबी ने कहा कि अकमल ने कारण बताओ नोटिस का जो जवाब दिया है उसमें सुनवाई के लिये आग्रह नहीं किया है।
कोड के अनुच्छेद 4.8.1 के अनुसार, अनुशासनात्मक पैनल के अध्यक्ष, अब इस मामले में सजा देने को लेकर अंतिम फैसला लेंगे, जो अकमल के मामले में छह महीने के निलंबन से लेकर आजीवन प्रतिबंध तक कुछ भी हो सकती है।