Highlightsभारत की ओर से ऑस्ट्र्लिया के खिलाफ टी नटराजन को वनडे में डेब्यू करने का मौका मिला। टी नटराजन ने मार्नस लाबुशाने के रूप में अपना पहला इंटरनेशनल विकेट झटका। इस मैच में कोहली , पंड्या और जडेजा के अलावा भारत का कोई बल्लेबाज सपाट पिच पर खुलकर नहीं खेल सका।
पहले दो मुकाबलों में भारतीय गेंदबाज पावरप्ले में विकेट लेने में सफल नहीं रहे थे। लेकिन तीसरे वनडे में पारी के छठे ओवर में टी नटराजन ने मार्नस लाबुशाने को आउट कर भारत को बड़ी सफलता दिलाई। नटराजन ने लाबुशाने को 7 के स्कोर पर बो्ड किया। भारत के लिए अभी तक नटराजन को मिलाकर कुल 11 बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं खेले हैं। नटराजन का नाम भी अब जहीर खान और इरफान पठान जैसे खिलाड़ियों के लिस्ट में शामिल हो गया है।
नटराजन से पहले भारत के लिए राशिद पटेल, जहीर खान, आशीष नेहरा, इरफान पठान, रूद्र प्रताप सिंह, जयदेव उनादकट, बरिंदर सिंह सरन, खलील अहमद खेल चुके हैं। बाएं हाथ के गेंदबाजों का रिकॉर्ड भी टीम के लिए अच्छा रहा है। मैच की बात करें तो शानदार फॉर्म में चल रहे हार्दिक पंड्या ने एक बार फिर ‘संकटमोचक’ की भूमिका निभाते हुए ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीसरे और आखिरी मैच में टीम के लिए सबसे अधिक 92 रनों की पारी खेली।
पंड्या ने 76 गेंद में नाबाद 92 रन बनाये जबकि जडेजा 50 गेंद में 66 रन बनाकर नाबाद रहे। दोनों ने भारतीय पारी को शुरुआती दबाव से निकाला। कप्तान विराट कोहली ने भी संघर्षपूर्ण अर्धशतक लगाया। पंड्या और जडेजा 32वें ओवर में साथ आए और छठे विकेट के लिये 150 रन की अटूट साझेदारी करके खेल की तस्वीर बदल दी। ऑस्ट्रेलियाई टीम शुरुआती दोनों मैच और श्रृंखला पहले ही जीत चुकी है।
एक समय ऐसा लग रहा था कि भारतीय टीम 250 रन भी नहीं बना सकेगी लेकिन जडेजा और पंड्या ने भारत को 300 के पार पहुंचाया। दोनों ने क्रीज पर जमने में समय लिया लेकिन उसके बाद तेजी से रन बनाये। उन्होंने 46वें से 48वें ओवर के बीच 53 रन बनाये । आखिरी पांच ओवरों में 73 रन बने । पंड्या ने अपनी पारी में सात चौके और एक छक्का लगाया जबकि जडेजा ने पांच चौके और तीन छक्के जड़े।