एंजेलो मैथ्यूज के 87 रन की मदद से श्रीलंका ने बांग्लादेश को तीसरे और आखिरी वनडे मैच में 122 रनों से हराकर तीन मैचों की सीरीज 3-0 अपने नाम किया। तीन साल में यह पहली बार है जब श्रीलंकाई टीम ने इंटरनेशनल क्रिकेट में ‘क्लीन स्वीप’ किया है। इससे पहले जून 2016 में उसने आयरलैंड को 2-0 से हराया था।
श्रीलंका ने इससे पहले सीरीज के पहले मैच में श्रीलंका ने 214 रनों का स्कोर खड़ा कर बांग्लादेश को 223 रनों पर समेट दिया था और मैच 91 रनों से अपने नाम कर लिया था। वहीं दूसरे मैच में श्रीलंका ने बांग्लादेश के मिले 239 रनों के लक्ष्य को 32 गेंद शेष रहते ही तीन विकेट गंवाकर हासिल कर लिया था।
तीसरे मैच में 87 रन बनाने वाले एंजेलो मैथ्यू को मैन ऑफ द मैच का खिताब दिया गया। उन्होंने अपनी 90 गेंदों की पारी में 8 चौके और एक छक्का लगाया। इसके अलावा एंजेलो मैथ्यूज ने मैन ऑफ द सीरीज का खिताब भी अपने नाम किया। उन्होंने सीरीज के तीन मैचों में 93.5 के औसत से 187 रन बनाए।
बांग्लादेश के खिलाफ इस मैच में श्रीलंका ने टॉस जीतकर पहले बैटिंग करने का फैसला किया था। पहले बैटिंग करते हुए श्रीलंकाई टीम ने निर्धारित 50 ओवर में आठ विकेट पर 294 रनों का स्कोर खड़ा किया। 295 रनों के स्कोर को बांग्लादेश की टीम 14 ओवर बाकी रहते ही 172 रनों पर ऑल आउट हो गई।
मैथ्यूज के अलावा इस मैच में कुसल मेंडिस ने 54 रन की पारी खेली, जबकि कप्तान दिमुथ करुणारत्ने ने 46 और कुसल परेरा ने अपनी टीम के लिए 42 रन जोड़े। बांग्लादेश की ओर से गेंदबाजी में सौम्य सरकार और शफीउल इस्लाम ने तीन-तीन विकेट लिए। इसके अलावा रुबेल हुसैन और तैजुल इसलाम को एक-एक सफलता मिली।
बांग्लादेश की ओर से तीन विकेट अपने नाम करने वाले सौम्य सरकार ने 69 रनों की पारी भी खेली, लेकिन अपनी टीम को जीत तक नहीं पहुंचा पाए। सौम्य के अलावा तैजुल इस्लाम ने 39 रनों की नाबाद पारी खेली। इन दोनों के अलावा अनामुल हक ने 14 और मुशफिकुर रहीम ने 10 रन बनाए, जबकि अन्य कोई भी बल्लेबाज दहाई के स्कोर तक नहीं पहुंच पाया।
गेंदबाजी में श्रीलंका की ओर से दासुन शनाका ने तीन विकेट लिए। इसके अलावा कसुन रजिता और लाहिरु कुमारा को दो-दो सफलता मिली, जबकि अकिला धनंजय और वनिंदु हसरंगा ने एक-एक विकेट अपने नाम किया।