क्या टीम इंडिया में होने चाहिए हर फॉर्मेट के लिए अलग कप्तान? टॉम मूडी ने कहा, 'इससे लंबा चलेगा विराट कोहली का करियर'

Tom Moody: पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर टॉम मूडी ने टीम इंडिया में हर फॉर्मेट में अलग कप्तान बनाए जाने के मुद्दे पर अपनी राय देते हुए कहा कि इससे कोहली का करियर 3-4 साल लंबा खिंच जाएगा

By अभिषेक पाण्डेय | Published: July 10, 2020 10:23 PM

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ठळक मुद्देटॉम मूडी ने कहा कि कोहली के करियर को 3-4 साल लंबा करने के लिए अलग कप्तानी जरूरीमूडी ने कहा कि अलग कप्तानी के विचार से कोहली को अपने करियर के कई साल बचाने में मदद मिलेगी

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज टॉम मूडी ने कहा ह कि भारत की तीनों फॉर्मेट में कप्तानी करना एक अलग दबाव है। उन्होंने कहा कि अगर भारत इंटरनेशनल क्रिकेट में विराट कोहली के करियर पर पड़ने वाले प्रभाव को लेकर चिंतित है तो वह हर फॉर्मेट में अलग कप्तानी के विकल्प पर विचार कर सकता है।

टॉम मूडी ने कहा कि अगर भारत इस बात से चिंतित है कि वह सुपरस्टार कोहली के करियर के 2-3 साल गंवा देगा, तो वह तीनों फॉर्मेट्स में से किसी में कप्तानी का दायित्व किसी और को दे सकते हैं।

विराट कोहली ने टेस्ट कप्तानी का दायित्व एमएस धोनी से 2014 में लिया था और उन्हें वनडे और टी20 का कप्तान 2017 में बनाया गया था। कोहली को क्रिकेट के दीवाने देश में बड़े दबाव से गुजरना पड़ा है।

क्या भारत को रखने चाहिए हर फॉर्मेट में अलग कप्तान? टॉम मूडी ने दिया जवाब

 इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, टॉम मूडी ने हर्षा भोगले के साथ क्रिकबज पर बातचीत में कहा, 'अलग कप्तानी निर्भर करती है। जैसे इंग्लैंड के लिए, इयोन मोर्गन टेस्ट खिलाड़ी नहीं है, वह रहे हैं, लेकिन उन्हें एक टेस्ट खिलाड़ी के तौर पर नहीं पहचाना जाता है, वह एक विशेषज्ञ सफेद गेंद क्रिकेटर हैं। तो ये उनके लिए बहुत आसानी से काम करता है, ये नैसर्गिक ट्रांजिशन है।' 

मूडी ने कहा, 'भारत के उदाहरण के साथ, जोकि शायद सबसे हाई प्रोफाइल उदाहरण है, मैं अलग कप्तानी पर केवल एक वजह से विचार करूंगा वह पूरी तरह से विराट कोहली का लंबे समय तक करियर को बचाए रखने के लिए होगी।'

मूडी ने कहा, विराट कोहली एक सुपरस्टार हैं, हम सब जानते हैं। उन्हें देखना, उनसे एक कप्तान और एक बल्लेबाज के तौर पर प्रतिस्पर्धा करना शानदार है।

टॉम मूडी ने कहा, अलग कप्तान होने से लंबा होगा कोहली का करियर

मूडी ने कहा, 'उदाहरण के लिए, लेकिन अगर आप सफेद गेंद की कप्तानी उनसे ले लेते हैं, तो सवाल और चर्चा ये होनी चाहिए कि क्या हमारे पास ये विशेष प्रतिभा लंबे समय के लिए होगी? क्योंकि किसी भी देश में तीनों फॉर्मेट में कप्तान की भूमिका महत्वपूर्ण है, लेकिन भारत में ये एक अलग लीग में है।' 

पूर्व ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेटर ने कहा, 'ये एकदम अलग दबाव है। और मैं चिंतित होऊंगा अगर कोहली तीनों फॉर्मेट्स में कप्तानी की भूमिका बरकरार रखते हैं। क्या हम इससे खेल के सबसे महान खिलाड़ी में से एक के के करियर के दो-तीन साल गंवा रहे हैं?'

बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली ने पिछले साल भारत के लिए हर फॉर्मेट में अलग कप्तान के विचार को खारिज कर दिया था, लेकिन क्रिकेट जगत में अक्सर कोहली का भार कम करने के लिए अलग-अलग फॉर्मेट में अलग-अलग कप्तान बनाए जाने की चर्चा होती रहती है। टेस्ट कप्तानी कोहली और वनडे और टी20 की कमान रोहित शर्मा को दिए जाने की सलाह कई बार दी जा चुकी है।

टॅग्स :विराट कोहलीरोहित शर्माभारतीय क्रिकेट टीम

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