Highlightsहाल फिलहाल "बैजबॉल क्रिकेट" काफी मशहूर हो गया हैविकेट बचाने की चिंता करने से ज्यादा जोर तेजी से रन बनाने पर दिया जाता हैइंग्लैंड की टेस्ट टीम की कमान बेन स्टोक्स और कोच मैकलम ने शुरू किया बैजबॉल क्रिकेट
नई दिल्ली: जब से इंग्लैंड की टेस्ट टीम की कमान बेन स्टोक्स के हाथ में आई है और कोचिंग का जिम्मा ब्रेंडन मैकलम ने संभाला है तब से "बैजबॉल क्रिकेट" काफी मशहूर हो गया है। ये टेस्ट खेलने की वो शैली है जिसमें विकेट बचाने की चिंता करने से ज्यादा जोर तेजी से रन बनाने पर दिया जाता है। हाल ही में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ एशेज में भी इंग्लैंड की टीम ने आक्रामक शैली में क्रिकेट खेला और शुरुआती दो मैच हारने के बाद भी सीरीज बराबर करने में कामयाबी पाई।
हालांकि इंग्लैंड के पूर्व नासिर हुसैन का मानना है कि जब टीम अगले साल पांच मैचों की टेस्ट श्रृंखला के लिए भारत की यात्रा करेगी तो इंग्लैंड के "बैजबॉल क्रिकेट" की असली परीक्षा होगी। नासिर हुसैन का मानना है कि भारत में काफी अलग और स्पिन-अनुकूल परिस्थितियों का सामना करना पड़ेगा, जहां इंग्लैंड 2021 में अपने आखिरी दौरे पर जो रूट की कप्तानी में 3-1 से हार गया था।
आईसीसी पॉडकास्ट के एक एपिसोड में नासिर हुसैन ने कहा कि अगली चुनौती भारत है और हर कोई जानता है कि भारत टेस्ट मैच क्रिकेट में सबसे कड़ी चुनौतियों में से एक है। हुसैन ने कहा कि भारत में स्पिन के विरुद्ध बैजबॉल खेलना होगा। रवींद्र जडेजा, अश्विन, और अक्षर पटेल के खिलाफ बैजबॉल काफी दिलचस्प होने वाला है।
बता दें कि भारत ने हाल के वर्षों में अपने घरेलू मैदान पर बढ़त हासिल करने के लिए स्पिन पिचें बनाई हैं और अपने सबसे काबिल फिरकी गेंदबाजों के साथ मैदान में उतरा है। रवींद्र जडेजा, अश्विन, और अक्षर पटेल की तिकड़ी ने दुनिया के हर दिग्गज बल्लेबाज को परेशान किया है जिनसे इंग्लैंड की टीम का सामना होगा।
हाल ही में भारतीय स्पिनर रविचंद्रन अश्विन से पूछा गया था कि क्या भारतीय टीम बैजबॉल क्रिकेट खेल सकती है। जवाब में अश्विन ने कहा, "बैजबॉल अंदाज में खेलने के चक्कर में अगर किसी खिलाड़ी के कारण भारतीय टीम दो मैच हार जाती है तो क्या मैनेजमेंट उस खिलाड़ी के साथ खड़ा रहेगा। इस तरह देखें तो टेस्ट में भारतीय टीम का जो अप्रोच है वह उसकी संस्कृति से बिल्कुल मेल खाती है। भारतीय क्रिकेट का कल्चर ऐसा है कि अगर बैजबॉल अंदाज में खेलने के कारण दो मैच में हार मिली तो टीम से 4 खिलाड़ी बाहर हो जाएंगे। ऐसा हमारे क्रिकेटिंग कल्चर में रहा है।"