ग्रेग चैपल के गांगुली को हटाने के फैसले में क्या द्रविड़ का भी हाथ था? सौरव ने कही बड़ी बात

इस पूरे विवाद के बाद गांगुली को नवंबर-2005 में टीम से भी बाहर होना पड़ा था। इसके बाद वे अगले साल जनवरी में टेस्ट टीम से भी बाहर कर दिए गए।

By विनीत कुमार | Published: May 02, 2018 10:44 AM

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नई दिल्ली, 2 मई: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान सौरव गांगुली ने करीब 13 साल पहले 2005 में तब के कोच ग्रेग चैपल के साथ हुए विवाद में बड़ा खुलासा किया है। उस विवाद के बाद गांगुली को कप्तानी छोड़नी पड़ी थी। इसके बाद राहुल द्रविड़ को टीम की कमान सौंपी गई थी, जो विवाद के समय उप-कप्तान था।

इस पूरे मसले पर गांगुली ने टीवी चैनल इंडिया टीवी के एक कार्यक्रम में कहा, 'मुझे नहीं लगता कि द्रविड़ की इसमें कोई भूमिका रही होगी (ग्रेग चैपल के फैसले में)। ऐसा होता है कि जब कोच कुछ कहता है तो कई बार कप्तान को सुनना होता है। मेरी कई बार राहुल से बात हुई थी और उन्होंने कहा है कि तुम वापस आ जाओगे। लेकिन हां, एक बात तय है। यह साफ था कि कोच मेरे खिलाफ थे।'   

बता दें कि इस पूरे विवाद के बाद गांगुली को नवंबर-2005 में टीम से भी बाहर होना पड़ा था। इसके बाद वे अगले साल जनवरी में टेस्ट टीम से भी बाहर कर दिए गए। उनको हटाए जाने का तब फैंस ने खूब विरोध किया था और टीम इंडिया को लेकर कई तरह बातें शुरू हो गई थीं। चैपल पर भी टीम के अंदर गुटबाजी के आरोप लगे।

हालांकि, गांगुली ने 2006 के आखिरी महीनों में टीम में वापसी की और फिर 2007 वर्ल्ड कप टीम के सदस्य भी रहे। अपनी वापसी पर बात करते हुए गांगुली ने कहा, 'मुझे खुद पर काफी विश्वास था। जब आप जानते हैं कि हर मैच करो या मरो जैसा है तब आप अगर स्तर पर जाकर संघर्ष करते हैं। मैं भाग्यशाली हूं कि मुझे ऐसी परिस्थिति से सामना करने का अनुभव था। लेकिन किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए यह आसान नहीं होता क्योंकि लोग आपको मानसिक तौर तक तोड़ देते हैं।' (और पढ़ें- Sports Flashback: कहानी टेनिस इतिहास के सबसे लंबे मैच की, जो तीन दिन में खत्म हुआ!)

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