महिला टी20 वर्ल्ड कप के सेमीफाइनल में स्टार खिलाड़ी मिताली राज को न खिलाए जाने का विवाद थमता नजर नहीं आ रहा है। इंग्लैंड के खिलाफ इस मैच में भारत को 8 विकेट से हार मिली थी और मिताली राज को इस मैच में न उतारने के लिए कप्तान हरमनप्रीत कौर और कोच रमेश पवार की कड़ी आलोचना हुई थी।
भारतीय महिला टीम के पूर्व कोच तुषार अरोठे ने मिताली को बाहर रखने के फैसले पर सवाल उठाते हुए कहा है कि इसमें कुछ तो संशय भरा था। तुषार ने मिड डे को दिए एक इंटरव्यू में कहा, 'उस जगह से मीलों दूर बैठकर, मैं नहीं जानता कि वहां क्या हो रहा है। लेकिन कुछ तो निश्चित तौर पर संशय भरा है। आप मिताली राज को बाहर कैसे रख सकते हैं? अगर आप उन्हें बाहर रखना चाहते थे तो उन्हें पहली बार में ही शामिल नहीं करना चाहिए था।'
तुषार ने कहा, 'ये इतना बड़ा मैच था और हमारे पास एक इतना अनुभवी खिलाड़ी था। जब आप पिच को पढ़ते हैं, तो आपको पता होना चाहिए था कि ये धीमी विकेट है और आपको इस पर किसी भी अनुभवी खिलाड़ी की जरूरत है। हमने टीम में सिर्फ दो या तीन मैच-विजेता तैयार किए हैं जैसे हरमनप्रीत कौर, स्मृति मंधाना और मिताली राज। मैं ये समझने में नाकाम रहा कि मिताली राज को टीम में शामिल क्यों नहीं किया गया।'
तुषार अरोठे को वर्ल्ड कप 2017 से पहले भारतीय महिला टीम का कोच बनाया गया था। उनके कार्यकाल में भारतीय टीम फाइनल तक पहुंची थी। हालांकि इस साल टीम के खिलाड़ियों के साथ मतभेद की खबरों के बीच उन्होंने अपने पद से इस्तीफा दे दिया था।
मिताली राज को टीम में न चुने जाने पर हरमनप्रीत कौर ने कहा था कि उन्हें इस फैसले पर पछतावा नहीं है और ये टीम हित में लिया गया फैसला था। वहीं मिताली की मैनेजर ने इस फैसले पर नाराजगी जताते हुए मैच के बाद सोशल मीडिया पर हरमनप्रीत कौर को झूठी, अपरिपक्व और जोड़-तोड़ करने वाली कप्तान करार दिया था।