शेन वॉर्न के निधन के बाद हुई अटॉप्सी की रिपोर्ट आई सामने, थाईलैंड की पुलिस ने कही ये बात

Shane Warne Death: थाईलैंड की पुलिस ने शेन वॉर्न के निधन की वजह प्राकृतिक कारण बताए हैं। पुलिस के अनुसार अटॉप्सी की रिपोर्ट के नतीजे आ गए हैं।

By विनीत कुमार | Published: March 07, 2022 3:00 PM

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ठळक मुद्देशेन वॉर्न का निधन प्राकृतिक कारणों से हुआ, किसी गड़बड़ी के संकेत नहीं: थाईलैंड पुलिसशेन वॉर्न के परिवार को भी शव परीक्षण के परिणामों को बता दिया गया है, परिवार ने इसे स्वीकार कर लिया है।

बैंकॉक: थाईलैंड पुलिस ने बताया है कि महान क्रिकेटर शेन वार्न का निधन प्राकृतिक कारणों से हुआ है और इसमें किसी तरह की साजिश या गड़बड़ी का शक नहीं है। पुलिस के अनुसार शव के परीक्षण के रिपोर्ट से पता चला है कि उनकी मृत्यु प्राकृतिक कारणों से हुई थी। साथ ही ये भी बताया गया कि जांचकर्ता जल्द ही अटॉप्सी रिपोर्ट सामने रखेंगे।

पुलिस के अनुसार वॉर्न की मौत की कई दिनों तक जांच की गई थी और किसी भी तरह की गड़बड़ी के कोई संकेत नहीं मिले हैं। न्यूज एजेंसी रॉयटर्स के मुताबिक शेन वॉर्न के परिवार को भी शव परीक्षण के परिणामों से अवगत करा दिया है और उन्होंने इसे स्वीकार कर लिया है। उनके पार्थिव शरीर को परिवार को लौटाने के लिए ऑस्ट्रेलियाई दूतावास के अधिकारियों को स्थानांतरित करने की तैयारी की जा रही है।

शेन वॉर्न को थी दिल से जुड़ी परेशानियां और दमा

वॉर्न के परिवार ने भी थाई पुलिस को बताया कि उन्हें दिल से जुड़ी परेशानियां और दमा था।  इससे पहले शेन वॉर्न के मैनेजर जेम्स एर्सकिने ने भी खुलासा किया था कि ये महान स्पिन गेंदबाज छुट्टियों पर थाईलैंड जाने से पहले दो सप्ताह सिर्फ तरल आहार ले रहा थ। साथ ही वॉर्न ने छाती में दर्द और पसीना आने की शिकायत भी की थी। मौत से चंद रोज पहले ही वॉर्न ने इंस्टाग्राम पर अपनी पुरानी तस्वीर डालकर कहा था कि वह वजन कम करने की प्रक्रिया में हैं। 

गौरतलब है कि शुक्रवार को शेन वॉर्न का थाईलैंड में दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया। वह 52 साल के थे। वॉर्न का थाईलैंड के को समुई में निधन हुआ। अपनी विला में अचेत पाये गए थे। मेडिकल स्टाफ की तमाम कोशिशों के बावजूद उनकी जांच नहीं बचाई जा सकी।

इंटरनेशनल क्रिकेट में सर्वकालिक महान खिलाड़ियों में शुमार वॉर्न ने 1992 में आस्ट्रेलिया के लिये डेब्यू करके 145 टेस्ट खेले और 708 विकेट लिये। वहीं 194 वनडे में 293 विकेट चटकाये। आईपीएल के पहले सत्र में 2008 में राजस्थान रॉयल्स ने उनकी कप्तानी में खिताब जीता था। उन्होंने 1993 में 24 वर्ष की उम्र में ओल्ड ट्रैफर्ड में जिस गेंद पर इंग्लैंड के माइक गैटिंग को आउट किया था , उसे ‘सदी की गेंद’ माना जाता है।

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