'मानसिक अवसाद' में घिरीं इंग्लैंड को वर्ल्ड कप जिताने वाली ये स्टार क्रिकेटर, टी20 वर्ल्ड कप से हटीं

Sarah Taylor: इंग्लैंड की 2017 वर्ल्ड कप विजेता खिलाड़ी रहीं साराह टेलर ने मानसिक अवसाद की वजह से टी20 वर्ल्ड कप से लिया नाम वापस

By अभिषेक पाण्डेय | Published: September 29, 2018 5:59 PM

Open in App

लंदन, 29 सितंबर: अपनी कप्तानी में इंग्लैंड को 2017 का महिला वर्ल्ड कप जिताने वाली स्टार विकेटकीपर साराह टेलर ने 9 नवंबर से वेस्टइंडीज में खेले जाने वाले महिला टी20 वर्ल्ड कप से नाम वापस ले लिया है। इसकी वजह साराह की मानसिक स्थिति है क्योंकि वह अपनी मनोवैज्ञानिक समस्याओं से उबर नहीं पाई हैं। इंग्लैंड ऐंड वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने शुक्रवार को इसकी घोषणा की। 

29 वर्षीय साराह को महिला क्रिकेट इतिहास की सबसे सफल विकेटकीपर माना जाता है। इंग्लैंड बोर्ड ने कहा है कि वेस्टइंडीज में नवंबर में खेले जाने वाले महिला टी20 वर्ल्ड कप में भाग न लेने का उनका और टेलर का 'पारस्परिक निर्णय' लिया है। 

साराह इससे पहले मई 2016 में भी मानसिक समस्याओं की वजह से एक साल तक क्रिकेट से दूर रही थीं। हालांकि उन्होंने 2017 के 50 ओवर के वर्ल्ड कप में वापसी की थी। इस वर्ल्ड कप में साराह ने कप्तान टेमी ब्यूमोंट के साथ मिलकर दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ इंग्लैंड की 68 रन से जीत में दूसरे विकेट के लिए 275 रन की साझेदारी की थी। ये महिला वर्ल्ड कप में दूसरे विकेट की सबसे बड़ी साझेदारी थी। उस मैच में साराह ने 147 रन की पारी खेली थी।

इंग्लैंड के कोच मार्क रॉबिनसन ने कहा, इस सीजन के समाप्ति से ही साराह टीम के साथ पूरी क्षमता से तरह ट्रेनिंग नहीं कर पाई क्योंकि वह मनोवैज्ञानिक तरीके से खुद को फिट नहीं महसूस कर रही थीं।'

कोच ने कहा, 'इस समय वह मैचों के लिए यात्रा करने, खेलने और जरूरी ट्रेनिंग की स्थिति में नहीं हैं और उन्हें खिलाना उन्हें पीछे ढकेलना होगा, जो उनके ठीक होने के समय को और बढ़ा देगा।'

कोच ने कहा, 'ये जरूरी है कि हम मानसिक स्वास्थ्य को खिलाड़ी की शारीरिक चोट की तरह देखें। आप किसी खिलाड़ी को उस चोट के साथ खिलाने का खतरा मोल नहीं ले सकते हैं। इससे उनके लंबे समय के लिए बाहर होने का खतरा पैदा हो सकता है या उनके करियर के लिए खतरनाक बन सकता है।'  

कोच ने उम्मीद जताई कि साराह जल्द ही फिट हो जाएंगी और नए साल में क्रिकेट में वापसी कर लेंगी। कोच ने कहा, 'सभी खिलाड़ियों का स्वास्थ्य और सुरक्षित होना ही सबसे ज्यादा महत्वपूर्ण है और हम प्रोफेशल खेल की मांग भरी और जुनूनी दुनिया को देखते हुए इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकते।' 

इंग्लैंड ने 2009 में पहला महिला टी20 वर्ल्ड कप जीता था लेकिन उसके बाद उसे 2012 और 2014 में लगातार दो फाइनल में हार का सामना करना पड़ा।

इस साल के टी20 वर्ल्ड कप में इंग्लैंड को ग्रुप-ए में गत चैंपियन वेस्टइंडीज, साउथ अफ्रीका, बांग्लादेश और श्रीलंका के साथ रखा गया है। 

टॅग्स :टी20 वर्ल्ड कपटी20इंग्लैंड

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या