Highlightsसचिन तेंदुलकर ने लता मंगेशकर के 90वें जन्मदिन पर किया बर्थडे विशमहान गायिका लता मंगेशकर का जन्म 28 सितंबर 1929 को इंदौर में हुआ था
क्रिकेट के भगवान कहे जाने वाले सचिन तेंदुलकर ने शनिवार को महान गायिका लता मंगशेकर के 90वें जन्मदिन के अवसर पर उन्हें शुभकामनाएं दीं।
सचिन और लता मंगेशकर दो अलग क्षेत्रों की शख्सियतों द्वारा एकदूसरे के प्रति सम्मान जताने का अनुपम उदाहरण हैं। न सिर्फ सचिन लता के गानों के फैन हैं और उन्हें दीदी कहकर बुलाते हैं बल्कि खुद लता भी कई मौकों पर सचिन के खेल की तारीफ करती रही हैं।
सचिन ने खास अंदाज में दी लता को जन्मदिन की बधाई
सचिन ने ट्विटर पर पोस्ट एक वीडियो में कहा, 'मैं आपको 90वें जन्मदिन पर शुभकामनाएं देना चाहूंगा। ईमानदारी से कहूं, तो मुझे नहीं पता कि आपका पहला गाना कब और कहां मैंने पहली बार कब सुना था। एक बात जरूर मैंने सुनी है कि बच्चा जब मां की कोख में होता है तभी वह सबकुछ सुन लेता है, मैंने भी शायद उसी समय आपका गाना पहली बार सुना होगा। मेरी जिंदगी में शायद ही ऐसा कोई दिन रहा होगा जब मैंने आपका गाना न सुना हो।'
सचिन ने कहा, 'आपने मेरे लिए एक गाना गया था, 'तू जहां जहां चलेगा मेरा साया साथ होगा', ये गाना ही नहीं बल्कि आपने मुझे जिस तरह से बेटे जैसा प्यार किया है, आशीर्वाद दिया है, उसे मैं कभी नहीं भूल सकता।'
सचिन ने कहा 'मुझे अब भी याद है जब आपने मुझे अपने हाथों से लिखा हुआ गाना 'तू जहां जहां चलेगा' फ्रेम करके दिया था। मैं आपके इस गिफ्ट को हमेशा याद रखूंगा। और भगवान ने हम सबको मेरे इस गिफ्ट से भी बड़ा गिफ्ट दिया है और वो आप हैं। भगवान आपको हमेशा खुश और सही-सलामत रखें।'
सात दशक से चलता आ रहा है लता मंगेशकर का जादू
28 सितंबर 1929 को इंदौर में जन्मी लता मंगेशकर को देश की सबसे सम्मानित प्लेबैक सिंगर में से गिना जाता है। 1942 में अपना करियर शुरू करने वाली लता ने तीन नेशनल अवॉर्ड, 12 बंगाली फिल्म जर्नलिस्ट असोसिएशन अवॉर्ड्स, चार फिल्मफेयर बेस्ट फीमेल प्लेबैक अवॉर्ड्स समेत अनेकों पुरस्कार जीते हैं।
अपने सात दशक लंबे करियर में उन्होंने हिंदी और 36 स्थानीय भाषाओं में हजारों गाने गाए हैं। वह 1974 में रॉयल अल्बर्ट हॉल में परफॉर्म करने वाली पहली भारतीय बनी थीं।
वह एमएस सुब्बालक्ष्मी के बाद भारत रत्न से सम्मानित होने वाली सिर्फ दूसरी गायिका हैं।