नई दिल्ली: क्रिकेटर रिंकू सिंह, जिन्हें भारत के चुनाव आयोग ने मतदाता जागरूकता अभियान के लिए नियुक्त किया था, अब चुनाव आयोग के व्यवस्थित मतदाता शिक्षा एवं चुनावी भागीदारी (SVEEP) अभियान के तहत लगाए गए पोस्टरों और बैनरों में नज़र नहीं आएंगे।
रिंकू सिंह को चुनाव आयोग के प्रमुख मतदाता जागरूकता SVEEP अभियानों से हटा दिया गया है। चुनाव आयोग द्वारा यह कार्रवाई क्रिकेटर की इसी साल 8 जून को समाजवादी पार्टी की सांसद प्रिया सरोज से सगाई के बाद की गई है। खबर है कि दोनों अगले साल फरवरी में शादी के बंधन में बंध सकते हैं।
आयोग ने ज़िला प्रशासन को स्वीप अभियान से जुड़े रिंकू सिंह के सभी पोस्टर, बैनर और होर्डिंग तुरंत हटाने के निर्देश दिए हैं। आयोग ने कारण बताया है कि रिंकू सिंह की सपा सांसद से सगाई के राजनीतिक निहितार्थ हो सकते हैं।
सगाई के बाद, क्रिकेटर को कई घरेलू मैचों के दौरान विभिन्न स्टेडियमों में अपनी सांसद मंगेतर के साथ देखा गया। हालाँकि सरकार ने पहले चुनाव आयोग के निर्देश पर रिंकू सिंह को स्वीप अभियान में शामिल किया था, लेकिन जब सांसद से उनकी सगाई की चर्चाएँ तेज़ हुईं, तो आयोग ने उन्हें हटाने का फैसला किया।
चुनाव आयोग से प्राप्त निर्देशों के बाद, उत्तर प्रदेश की जिला निर्वाचन अधिकारी एवं अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ललिता प्रसाद ने सभी उप-जिलाधिकारियों, चुनाव से जुड़े अधिकारियों और स्वीप टीमों को निर्देश दिया है कि वे वेबसाइट समेत अन्य सभी प्लेटफॉर्म से मतदाता जागरूकता संबंधी पोस्टर और वीडियो हटाना सुनिश्चित करें।
अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व ने बताया कि आयोग और शासन से पत्र मिलने के बाद, स्वीप अभियान में क्रिकेटर रिंकू सिंह से संबंधित प्रचार सामग्री - जिसमें पोस्टर, बैनर और होर्डिंग शामिल हैं - सभी स्थानों से हटा दी जाएँगी और इसके लिए अधीनस्थों को निर्देश दे दिए गए हैं।