रवि शास्त्री का दोबारा कोच बनना तय, इस वजह से विदेशी कोच नहीं लाना चाहती सीएसी?

Ravi Shastri: भले ही भारतीय टीम के नए कोच का इंटरव्यू होना अभी बाकी हो लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक रवि शास्त्री का दोबारा कोच चुना जाना लगभग तय है

By अभिषेक पाण्डेय | Published: August 06, 2019 6:22 PM

Open in App
ठळक मुद्देमीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, रवि शास्त्री का दोबारा कोच बनना लगभग तय हैभारतीय टीम के नए कोच पद के लिए टॉम मूडी, रॉबिन सिंह जैसे दिग्गजों ने आवेदन किया हैभारतीय टीम का नया कोच कपिल देव, अंशुमान गायकवाड़, शांता रंगास्वामी की सीएसी चुनेगी

टीम इंडिया के कोच पद के लिए भले ही कई दिग्गजों ने आवेदन किया हो, लेकिन इस बात को लेकर अनिश्चितता लगभग समाप्त हो गई है कि रवि शास्त्री टीम इंडिया के कोच रहेंग या नहीं।

आईएनएस की रिपोर्ट के मुताबिक, क्रिकेट अडवायजरी कमिटी (सीएसी) के एक सदस्य ने कहा है कि टीम जब शास्त्री के अंडर में अच्छा प्रदर्शन कर रही तो ये लगभग निश्चित है कि ये पूर्व ऑलराउंडर विराट कोहली की कप्तानी वाली टीम का दोबारा कोच बनेगा।

कपिल देव, अंशुमान गायकवाड़ और शांता रंगास्वामी की तीन सदस्यीय सीएसी की नियुक्ति भारतीय टीम का नया कोच चुनने के लिए किया गया है।

रवि शास्त्री का दोबारा कोच चुना जाना तय?

इस रिपोर्ट के मुताबिक सीएसी के एक सदस्य ने कहा, 'हम विदेशी कोच चुनने को लेकर उत्सुक नहीं हैं। हां, अगर गैरी कस्टर्न के कद वाले व्यक्ति ने आवेदन किया होता तो हम इस बारे में सोच सकते थे। लेकिन तभी भी एक भारतीय ही प्राथमिकता होता। आखिरकार टीम ने एक भारतीय कोच के अंतर्गत अच्छा प्रदर्शन किया है। तो बदलाव की तरफ क्यों देखना? अभी की परिस्थितियों को देखते हुए शास्त्री नया करार पाने के लिए पसंदीदा नजर आ रहे हैं।'

एक बीसीसीआई अधिकारी ने भी हाल ही में कहा था कि शास्त्री को फिर से चुनना महत्वपूर्ण है कि क्योंकि टीम परिवर्तन के दौर से गुजर रही है।

शास्त्री का क्यों दोबारा कोच बनना जरूरी?

इस अधिकारी ने कहा, 'कोहली और शास्त्री एकदूसरे को अच्छे से समझते हैं और उस आधी टीम को बदलना अनुचित होगा जो सफल रहे हैं। कोच को बदलने से वह समीकरण बिगड़ सकता है जो खिलाड़ियों को खुद को बेहतर बनाने के लिए मानसिक संतुलन प्रदान करता है।'

इस अधिकारी ने कहा, 'अगर इस स्थिति में बदलाव किया जाता है, तो इससे अगले 5 साल की रणनीति और योजना में बदलाव होगा।' 

सीओए प्रमुख विनोद राय ने कहा है कि नए कोच की नियुक्ति में सीएसी का निर्णय अंतिम होगा और इसके लिए बीसीसीआई को सिफारिश करने जैसा कोई मामला नहीं होगा।

ये पूछे जाने पर कि कोच पद के लिए संयुक्त विजेता होने पर क्या होगा, तो इस इस सदस्य ने कहा कि ऐसी स्थिति पैदा होने पर कपिल देव के वोट से फैसला होगा। 

सदस्य ने कहा, 'अगर ये तीन सदस्यीय पैनल है तो अलग फैसले की संभावना बहुत कम है। लेकिन अगर ऐसी स्थिति पैदा होती है कि ए किसी उम्मीदवार के पक्ष में जाता है, बी किसी और उम्मीदवार के पक्ष में जाता है और सी किसी और उम्मीदवार के पक्ष में जाता है, तो चेयरमैन के वोट से फैसला होगा और वही फैसला कायम रहेगा। लेकिन अभी हम ऐसा कुछ होते नहीं देख रहे हैं।'

उन्होंने कहा, 'लेकिन हां, हम बोर्ड को ये विकल्प देंगे कि इस जॉब के लिए हमारी पहली पसंद ए है, दूसरी पसंद बी है और तीसरी पसंद सी है। ऐसा इसलिए भी ज्यादा है क्योंकि ऐसा भी मामला हो सकता है जैसा महिला टीम कोच नियुक्ति के समय कस्टर्न की आईपीएल प्रतिबद्ताओं के चलते हुआ था।' 

सीएसी को अब भी शॉर्टलिस्टेड उम्मीदवारों के इंटरव्यू के लिए बोर्ड से कोई तारीख मिलनी बाकी है। लेकिन उन्हें इसके बारे में जल्द ही जानकारी मिलने की संभावना है। विनोद राय पहले ही कह चुके हैं कि ये इंटरव्यू अगस्त के मध्य में होंगे।

 

 

टॅग्स :रवि शास्त्रीप्रशासकों की समितिबीसीसीआईविराट कोहली

संबंधित बातम्या

क्रिकेट अधिक बातम्या