Ranji Trophy Final: सेमीफाइनल और क्वार्टर फाइनल में तीन शतक जड़ने वाले 22 साल के जायसवाल ने फाइनल में किया कमाल, मुंबई ने बनाए 5 विकेट पर 248 रन

Ranji Trophy Final: यशस्वी जायसवाल ने आक्रामक बल्लेबाजी की और पहले विकेट के लिए पृथ्वी शॉ के साथ 87 रन की साझेदारी की।

By सतीश कुमार सिंह | Published: June 22, 2022 8:54 PM

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ठळक मुद्देसारांश जैन ने 2-31, जबकि अनुभव अग्रवाल ने 2-56 का प्रभावशाली स्पैल दिया।कप्तान शॉ ने मैदान के चारों ओर मध्य प्रदेश के गेंदबाजों की धुनाई की। गौरव यादव के साथ-साथ सारांश जैन को ऑफ साइड पर रन बटोरे। 

Ranji Trophy Final: यशस्वी जायसवाल ने रणजी ट्रॉफी फाइनल में बुधवार को एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में मध्य प्रदेश के खिलाफ  78 रनों की पारी खेली। मुंबई ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करते हुए पहले दिन 248/5 रन बनाए। जायसवाल ने आक्रामक बल्लेबाजी की और पहले विकेट के लिए पृथ्वी शॉ के साथ 87 रन की साझेदारी की।

दूसरे सत्र से मध्य प्रदेश ने वापसी की। ऑफ स्पिनर सारांश जैन ने 2-31, जबकि अनुभव अग्रवाल ने 2-56 का प्रभावशाली स्पैल दिया। पहले बल्लेबाजी करने का फैसला करने के बाद, मुंबई ने जायसवाल के साथ अच्छी शुरुआत की और कप्तान शॉ ने मैदान के चारों ओर मध्य प्रदेश के गेंदबाजों की धुनाई की।

जायसवाल ने आगे बढ़ना जारी रखा और गौरव यादव के साथ-साथ सारांश जैन को ऑफ साइड पर रन बटोरे। शॉ ने कुछ बाउंड्री लगाने के बावजूद मध्य प्रदेश के गेंदबाजों के खिलाफ पिच से उछाल और बदलाव के अनुकूल होने के लिए संघर्ष किया। 

मुंबई के कप्तान शॉ को अनुभव अग्रवाल ने 47 रन पर आउट किया। अरमान जाफर और सुवेद पारकर प्रभावित करने में असफल रहे, क्योंकि उन्हें क्रमशः कुमार कार्तिकेय और सारांश जैन ने सस्ते में आउट किया। फॉर्म में चल रहे सरफराज खान क्रीज में हैं। हार्दिक तमोर भी केवल 24 रन ही बना सके।

जब क्रीज पर उतरता हूं तो अच्छा प्रदर्शन करने के लिए खुद पर भरोसा करता हूं: जायसवाल

यशस्वी जायसवाल सिर्फ 22 साल के हैं लेकिन उन्हें पता है कि मजबूत वापसी कैसे की जाती है। उन्होंने पिछले महीने इंडियन प्रीमियर लीग में राजस्थान रायल्स के खिलाफ ऐसा किया और इस महीने रणजी ट्रॉफी नॉकआउट में मुंबई के लिए शानदार प्रदर्शन किया। क्वार्टर फाइनल में शतक जड़ने के बाद जायसवाल ने सेमीफाइनल में दो शतक जड़े।

वह फाइनल में मध्य प्रदेश में खिलाफ सत्र के चौथे शतक की ओर बढ़ रहे थे लेकिन बुधवार को रणजी ट्रॉफी फाइनल के पहले दिन मध्य प्रदेश के तेज गेंदबाज अनुभव अग्रवाल ने उन्हें 78 रन के स्कोर पर आउट कर दिया। जायसवाल ने पहले दिन के खेल के बाद कहा, ‘‘हां, मैं इसे लेकर थोड़ा दुखी हूं लेकिन यह क्रिकेट है।

आपको अच्छे और बुरे दोनों का अनुभव करना होता है। मैंने अब तक यही सीखा है।’’ उन्होंने कहा, ‘‘क्रिकेट में, चीजें उस तरह नहीं होती जैसे आप चाहते हो लेकिन मैं क्रिकेट और इंसान के रूप में खुद में सुधार के लिए सर्वश्रेष्ठ प्रयास कर रहा हूं।’’ आईपीएल के दौरान जायसवाल को शुरुआती कुछ मुकाबलों से बाहर किया गया था लेकिन टूर्नामेंट के दूसरे हाफ में उन्होंने रॉयल्स की अंतिम एकादश में वापसी की और कुछ शानदार पारियां खेली। जायसवाल ने कहा, ‘‘आईपीएल में भी ऐसा ही हुआ था। मुझे तीन मैच खेलने को मिले, फिर बाहर हो गया और फिर सात मैच के बाद वापसी की।

लेकिन इस सब के बीच में मेरे दिमाग में यह चीज स्पष्ट है कि मुझे कड़ी मेहनत करनी होगी और हमेशा अनुशासित रहना होगा।’’ जायसवाल ने कहा कि खराब दौर के दौरान सिर्फ कड़ी मेहनत का फल मिलता है। बाएं हाथ के इस बल्लेबाज ने कहा कि उन्हें दबाव की स्थिति में अच्छा प्रदर्शन करने का भरोसा है।

जायसवाल ने कहा, ‘‘फाइनल अलग है क्योंकि आपकी मानसिकता अलग होती है। मेरे करीबी लोगों ने मुझे इतनी सारी बातें बताई हैं क्योंकि वे चाहते हैं कि मैं अच्छा प्रदर्शन करूं। बेशक वे दबाव बनाते हैं। ईमानदारी से कहूं तो मुझे इस दबाव का सामना करने में खुशी होती है, मैं इसका लुत्फ उठाता हूं।’’ उन्होंने कहा, ‘‘मैं इस मानसिकता के साथ उतरता हूं कि मैं ऐसा करूंगा। मैं स्वयं पर विश्वास और भरोसा करता हूं कि मैं जब भी क्रीज पर उतरूंगा तो अच्छा प्रदर्शन करूंगा।’’

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