Ranji Trophy Final: जयदेव उनादकट की धारदार गेंदबाजी, सौराष्ट्र ने बंगाल को 9 विकेट से हराया, दूसरी बार जीता रणजी ट्रॉफी खिताब

सौराष्ट्र ने रविवार को बंगाल को फाइनल में 9 विकेट से हराकर रणजी ट्रॉफी का खिताब दूसरी बार जीत लिया। सौराष्ट्र को मैच के चौथे दिन 12 रनों का मामूली लक्ष्य मिला था जिसे उसने एक विकेट गंवाकर हासिल किया।

By विनीत कुमार | Published: February 19, 2023 11:56 AM2023-02-19T11:56:14+5:302023-02-19T13:17:20+5:30

Ranji Trophy Final: Saurashtra beat Bengal by 9 wickets to clinch title for second time | Ranji Trophy Final: जयदेव उनादकट की धारदार गेंदबाजी, सौराष्ट्र ने बंगाल को 9 विकेट से हराया, दूसरी बार जीता रणजी ट्रॉफी खिताब

सौराष्ट्र ने दूसरी बार जीता रणजी ट्रॉफी खिताब (फोटो- ट्विटर, बीसीसीआई)

googleNewsNext
Highlightsसौराष्ट्र ने दूसरी बार जीता रणजी ट्रॉफी खिताब, फाइनल में बंगाल पर बड़ी जीत।सौराष्ट्र के जयदेव उनादकट ने बंगाल की दूसरी पारी के दौरान 85 रन देकर छह विकेट चटकाये।

कोलकाता: बाएं हाथ के तेज गेंदबाज जयदेव उनादकट ने दूसरी पारी में 85 रन देकर छह विकेट चटकाये जिससे सौराष्ट्र ने रविवार को यहां रणजी ट्रॉफी के फाइनल कै चौथे दिन बंगाल को नौ विकेट से शिकस्त दी। पहली पारी में 230 रन बड़ी बढ़त लेने के बाद सौराष्ट्र की टीम ने बंगाल की दूसरी पारी को 241 रन पर समेट दी।

सौराष्ट्र को मैच अपने नाम करने के लिए चौथ दिन 12 रन का लक्ष्य मिला। टीम ने 2.4 ओवर में एक विकेट गंवाकर लक्ष्य हासिल कर लिया।

सौराष्ट्र की टीम दूसरी बार रणजी ट्रॉफी चैम्पियन बनी है। मैच में नौ विकेट लेने वाले सौराष्ट्र के कप्तान उनादकट मैन ऑफ द मैच चुने गये जबकि टीम के अर्पित वसावड़ा रणजी सत्र के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी चुने गये। उन्होंने इस सत्र में 907 रन बनाये।

इससे पहले सौराष्ट्र की जीत की उम्मीदें मैच के तीसरे दिन शनिवार को ही लग गई थी। तीसरे दिन का खेल खत्म होने तक बंगाल की टीम ईडन गार्डंस में चार विकेट गंवाकर 169 रन बनाकर जूझ रही थी।

सौराष्ट्र ने मैच में टॉस जीतने के बाद पहले गेंदबाजी का फैसला किया था। बंगाल हालांकि बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में केवल 174 रन बना सका था। उनादकट ने तीन विकेट झटके थे जबकि चेतन सकारिया ने भी इतनी ही सफलता हासिल की थी। दो-दो विकेट चिराग जानी और डीए जडेजा को मिले थे।

इसके बाद सौराष्ट्र ने पहली पारी में 404 रन बनाकर बंगाल पर बड़ी बढ़त हासिल कर ली थी। बंगाल के लिए दूसरी पारी भी खराब रही और टीम केवल 241 रन बना सकी। ऐसे में उसे सौराष्ट्र पर मामूली 11 रनों की बढ़त मिल सकी।

सौराष्ट्र ने पिछले 10 सत्र में पाँच बार रणजी ट्रॉफी फाइनल में जगह बनाकर अपनी निरंतरता साबित की है। वहीं, बंगाल की टीम एक बार फिर चैम्पियन बनने से चूक गयी। उसने अपना पिछला खिताब 1989-90 में इसी ईडन गार्डन्स मैदान में दिल्ली को हरा कर जीता था। टीम का पहला खिताब 1938-39 में आजादी से पहले के दौर में आया था।

Open in app