Ranji Trophy Final 2022-23: सौराष्ट्र ने पांचवीं बार फाइनल में, बंगाल से टक्कर, गत चैम्पियन मध्य प्रदेश बाहर, जानें कब से मुकाबला और खिताबी भिड़ंत किस मैदान पर 

Ranji Trophy Final 2022-23: कर्नाटक के 115 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 2019-20 के चैंपियन सौराष्ट्र ने छह विकेट पर 117 रन बनाकर जीत दर्ज की।

By लोकमत न्यूज़ डेस्क | Published: February 12, 2023 7:48 PM

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ठळक मुद्देफाइनल में सौराष्ट्र की भिड़ंत बंगाल से होगी। 2019-20 फाइनल की पुनरावृत्ति होगी जब बंगाल की टीम उप विजेता रही थी।सौराष्ट्र ने दूसरे सेमीफाइनल में कर्नाटक को चार विकेट से पराजित किया।

Ranji Trophy Final 2022-23: सौराष्ट्र ने रविवार को यहां रणजी ट्रॉफी सेमीफाइनल के पांचवें और अंतिम दिन चिन्नास्वामी स्टेडियम में कर्नाटक को चार विकेट से हराकर टूर्नामेंट के इतिहास में पांचवीं बार फाइनल में जगह बनाई। फाइनल मुकाबला 16-20 फरवरी को कोलकाता के ईडन गार्डेंस पर खेला जाएगा। 

कर्नाटक के 115 रन के लक्ष्य का पीछा करते हुए 2019-20 के चैंपियन सौराष्ट्र ने छह विकेट पर 117 रन बनाकर जीत दर्ज की। फाइनल में सौराष्ट्र की भिड़ंत बंगाल से होगी। यह 2019-20 फाइनल की पुनरावृत्ति होगी जब बंगाल की टीम उप विजेता रही थी।

बंगाल ने आल राउंड प्रदर्शन के दम पर रविवार को यहां होल्कर स्टेडियम में गत चैम्पियन मध्य प्रदेश को 306 रन से हराकर रणजी ट्राफी फाइनल में प्रवेश किया जिसमें उसका सामना सौराष्ट्र से होगा। सौराष्ट्र ने दूसरे सेमीफाइनल में कर्नाटक को चार विकेट से पराजित किया।

अनुस्तुप मजूमदार और सुदीप कुमार घरामी ने पहली पारी में क्रमश: 200 और 153 रन बनाये जिससे बंगाल ने 438 रन का विशाल स्कोर खड़ा किया। प्रदीप्ता प्रमाणिक ने भी अपने हरफनमौला कौशल से प्रभावित किया और नाबाद 60 रन बनाये जिसके बाद उन्होंने दूसरी पारी में पांच विकेट भी झटके।

बंगाल ने दूसरी पारी में 279 रन बनाये जिससे मौजूदा चैम्पियन को 548 रन का विशाल लक्ष्य मिला। पांचवें और अंतिम दिन बड़े लक्ष्य का पीछा करने उतरी मध्य प्रदेश ने सकारात्मक शुरूआत की जिसमें सलामी बल्लेबाज यश दुबे (30 रन) और हिमांशु मंत्री (16 रन) ने अहम योगदान दिया। लेकिन शाहबाज अहमद और आकाश दीप ने दोनों सलामी बल्लेबाजों को आउट कर दिया।

इसके बाद रजत पाटीदार (52 रन) और शुभम शर्मा (24 रन) ने संयमित बल्लेबाजी कर कुछ उपयोगी रन जुटाये लेकिन अंतिम दिन हासिल करने के लिये लक्ष्य काफी बड़ा था। युवा बायें हाथ के स्पिनर प्रमाणिक ने बल्लेबाजों को क्रीज पर टिकने नहीं दिय, उन्होंने शुभम और वेंकटेश अय्यर (19 रन) को पवेलियन भेजा जबकि मुकेश कुमार ने पाटीदार का विकेट झटका।

जिससे टीम का स्कोर पांच विकेट पर 179 रन हो गया। प्रमाणिक ने फिर कुमार कार्तिकेय, आवेश खान और गौरव यादव को आउट कर पांच विकेट झटके और अपनी टीम को फाइनल में पहुंचाया। बंगाल की टीम घरेलू मैदान पर 2020 फाइनल में मिली हार का बदला चुकता करना चाहेगी जिसमें राजकोट में वह पहली पारी की बढ़त के आधार पर मैच गंवा बैठी थी।

पहली पारी में दोहरा शतक जड़ने वाले सौराष्ट्र के कप्तान अर्पित वसावदा ने दूसरी पारी में भी 51 गेंद में सात चौकों से नाबाद 47 रन की पारी खेलकर टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई। वसावदा ने उस समय अहम पारी खेली जब टीम 42 रन पर पांच विकेट गंवाने के बाद संकट में थी।

कृष्णप्पा गौतम (38 रन पर तीन विकेट) और वासुकी कौशिक (32 रन पर तीन विकेट) ने घरेलू मैदान पर कर्नाटक की जीत की उम्मीद जगाई थी लेकिन वसावदा की अगुआई में मेहमान टीम ने 34.2 ओवर में लक्ष्य हासिल कर लिया। कर्नाटक ने पहली पारी में कप्तान मयंक अग्रवाल के दोहरे शतक से 407 रन बनाए थे जिसके जवाब में सौराष्ट्र ने 527 रन का स्कोर खड़ा किया था।

कर्नाटक ने अंतिम दिन की शुरुआत दूसरी पारी में चार विकेट पर 123 रन से की लेकिन पूरी टीम 234 रन पर आउट हो गई। निकिन जोस ने 109 रन की पारी खेली लेकिन उन्हें दूसरे छोर से सहयोग नहीं मिला। वह आउट होने वाले अंतिम बल्लेबाज रहे। भारत के सीमित ओवरों के तेज गेंदबाज चेतन सकारिया ने सौराष्ट्र की ओर से 45 रन देकर चार विकेट चटकाए।

धर्मेंद्र सिंह जडेजा ने भी 79 रन देकर चार विकेट हासिल किए। लक्ष्य का पीछा करते हुए सौराष्ट्र की शुरुआत भी खराब रही और टीम पर हार का खतरा मंडराने लगा था लेकिन वसावदा और सकारिया (24) ने छठे विकेट के लिए 63 रन जोड़कर टीम को जीत की दहलीज पर पहुंचाया। वसावदा ने इसके बाद प्रेरक मांकड़ (नाबाद सात) के साथ मिलकर टीम को जीत दिलाई। वसावदा को पहली पारी में 406 गेंद में 202 और दूसरी पारी में नाबाद 47 रन बनाने के लिए मैन ऑफ द मैच चुना गया। 

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