टीम इंडिया के विकेटकीपर बल्लेबाज दिनेश कार्तिक ने निदाहास ट्रॉफी टी-20 सीरीज के फाइनल में आखिरी गेंद पर छक्का लगाकर टीम इंडिया को चैंपियन बना दिया। 18वें ओवर की आखिरी गेंद पर मनीष पांडेय के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने आए थे। दिनेश कार्तिक ने 8 गेंदों में तीन छक्के और दो चौके की मदद से 29 रनों की नाबाद पारी खेलकर बांग्लादेश की जीत की उम्मीदों पर पानी फेर दिया।
निदाहास ट्रॉफी के फाइनल में भारत को आखिरी दो ओवरों में जीत के लिए 34 रनों की जरूरत थी, लेकिन मनीष पांडये के आउट होने के बाद बल्लेबाजी करने उतरे दिनेश कार्तिक कुछ और ही ठान कर आए थे। रुबेल हसन की ओर से डाले गए 19वें ओवर में कार्तिक ने ताबड़तोड़ 22 रन बटोरे और आखिरी ओवर में जीत के लिए 12 रनों की जरूरत थी।
दिनेश कार्तिक के आठ गेंदों की कहानी
पहली गेंद (18.1 ओवर) : टीम इंडिया को जीत के लिए 2 ओवर में 34 रन बनाने थे। रुबेल हुसैन की पहली ही गेंद पर दिनेश कार्तिक ने छक्का लगाया।
दूसरी गेंद (18.2 ओवर) : दूसरी गेंद पर कार्तिक ने चौका लगाकर बता दिया कि वो कुछ और ही इरादे के साथ क्रीज पर आए हैं।
तीसरी गेंद (18.3 ओवर) : रुबेल हुसैन की तीसरी गेंद पर दिनेश कार्तिक ने एक और छक्का जड़ दिया।
चौथी गेंद (18.4 ओवर) : दिनेश कार्तिक चौथी गेंद पर कोई रन नहीं बना पाए।
पांचवीं गेंद (18.5 ओवर) : कार्तिक ने ओवर की पांचवीं गेंद पर दो रन लिए और स्ट्राइक अपने पास रखी। (यह भी पढ़ें: Nidahas Trophy Final: दिनेश कार्तिक ने किया ऐसा कमाल, 32 साल पहले एक पाकिस्तानी ने किया था ऐसा)
छठी गेंद (18.6 ओवर) : पारी की छठी गेंद पर कार्तिक ने चौका जड़ा और इस ओवर में 22 रन बनाए।
सातवीं गेंद (19.3 ओवर) : भारत को जीत के लिए 4 गेंद में 10 रन की जरूरत। दिनेश कार्तिक ने सौम्य सरकार की गेंद को डीप साइड में खेलकर एक रन लिया।
आठवीं गेंद (19.6 ओवर) : भारत को जीत के लिए 1 गेंद में 5 रन की जरूरत। दिनेश कार्तिक ने सौम्य सरकार की गेंद पर छक्का जड़कर टीम इंडिया को चैंपियन बना दिया।
कार्तिक बने मैन ऑफ द मैच
कार्तिक ने 8 गेंदों की अपनी नाबाद पारी में तीन छक्के और दो चौके लगाए। उनकी इस छोटी, लेकिन बेहतरीन पारी के कारण उन्हें 'मैन ऑफ द मैच' के लिए चुना गया। मैच के बाद दिनेश कार्तिक ने कहा कि वो ये सोचकर क्रीज पर आए थे कि हर गेंद को बाउंड्री के बाहर भेजेंगे।
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