नई दिल्ली, 09 अक्टूबर: भारतीय क्रिकेट टीम के चयनकर्ताओं और टीम में न चुने गए कुछ खिलाड़ियों का विवाद थमने का नाम नहीं ले रहा है। भारतीय टीम मैनेजमेंट चयनकर्ताओं और कुछ खिलाड़ियों के बीच चयन को लेकर जारी विवाद से खुश नहीं है।
टीम में नहीं चुने जाने के बाद मुरली विजय और करुण नायर ने मीडिया में साफ कहा था कि चयनकर्ताओं ने टीम से बाहर किए जाने के बारे में उनसे कोई बात नहीं की थी। हालांकि इसके बाद मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने दावा किया था कि उनके सहयोगी देवांग गांधी ने इंग्लैंड में ही मुरली विजय और करुण नायर से बात करके उन्हें न चुने जाने की वजह बता दी थी।
लेकिन टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, चयनकर्ताओं और खिलाड़ियों के बीच अब तक किसी भी मोड़ पर कोई बैठक या बातचीत ही नहीं हुई है। न ही सीओए ने मामले को समझने के लिए अब तक इसमें कोई हस्तक्षेप किया है।
इस रिपोर्ट के मुताबिक, इस विवाद से टीम मैनेजमेंट नाराज है और उससे जुड़े एक सूत्र ने कहा, 'इनमें से कोई तो है स्पष्ट रूप से सच नहीं बता रहा है। या तो वे खिलाड़ी हैं या चयनकर्ता। अगरे वे (बीसीसीआई/सीओए) इसे बेहतर ढंग से समझना चाहते हैं तो क्यों नहीं कप्तान, कोच, सीनियर क्रिकेटर्स और चयनकर्ता को एक साथ बिठाकर उनकी बात सुनते हैं? ये तुरंत ही साफ हो जाएगा कि कौन झूठ बोल रहा है और कौन नहीं।'
मुरली विजय को इंग्लैंड दौरे पर पहले दो टेस्ट में असफल होने के बाद टीम से बाहर कर दिया गया और फिर उन्हें विंडीज के खिलाफ घरलू सीरीज के लिए भी नहीं चुना गया। वहीं करुण नायर को तो इंग्लैंड दौरे के पांचों टेस्ट मैचों में बेंच पर बैठना पड़ा और फिर बिना मैच खिलाए ही उन्हें विंडीज टेस्ट सीरीज से बाहर कर दिया गया। रोहित शर्मा की भी वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज से टेस्ट टीम में वापसी की उम्मीद थी लेकिन उन्हें भी मौका नहीं दिया गया।
अब मुरली विजय और करुण नायर भारत-ए के लिए खेलकर कोच राहुल द्रविड़ के मार्गदर्शन में भारतीयी टीम में वापसी की कोशिशें करेंगे। लेकिन टीम से बाहर हुए एक और स्टार खिलाड़ी शिखर धवन की टेस्ट टीम में जल्द वापसी अब मुश्किल लग रही है।