साउथ अफ्रीका के खिलाफ चल रहे दूसरे टेस्ट मैच में टीम इंडिया ने चौथे दिन का खेल खत्म होने तक 35 रन के स्कोर पर 3 विकेट गंवा दिए थे। इस मैच के बीच टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर सुनील गावस्कर ने महेंद्र सिंह धोनी को याद किया और बताया कि अभी भारतीय टीम को उनकी जरूरत है। गावस्कर ने सेंचुरियन में चल रहे मैच के दौरान कमेंट्री करते हुए कहा कि महेंद्र सिंह धोनी को टेस्ट क्रिकेट से अभी संन्यास नहीं लेना चाहिए था। टीम इंडिया को टेस्ट क्रिकेट में अभी भी धोनी की जरूरत है।
गावस्कर ने कहा कि अगर धोनी खेलना चाहते तो वह आसानी से खेल सकते थे, मेरे विचार से उन पर कप्तानी का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ गया था, इसलिए उन्होंने टेस्ट क्रिकेट छोड़ दी। अगर मैं उन्हें सलाह देता, तो यही बताता कि वह भले कप्तानी छोड़ देते, लेकिन एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टीम में रहते। ड्रेसिंग रूम में उनकी सलाह टीम के लिए बेहद कारगर होतीं। लेकिन शायद उन्होंने सोचा कि शायद खेल के एक प्रारूप को छोड़ देना ही बेहतर होगा।'
गावस्कर को क्यों आई धोनी की याद
दरअसल, रिद्धिमान साहा के चोटिल होने के बाद पार्थिव पटेल को दूसरे टेस्ट के लिए टीम इंडिया में शामिल किया गया, लेकिन पार्थिव पटेल उम्मीदों पर खरे नहीं उतरे और कई मौकों पर कैच छोड़े। पार्थिव ने पहली पारी में हाशिम अमला का कैच तब छोड़ा, जब 30 रन पर बैटिंग कर रहे थे। इसके बाद अमला ने 82 रनों की पारी खेली। वहीं दूसरी पारी में पार्थिव ने डीन एल्गर का आसान सा कैच पकड़ने की कोशिश भी नहीं की और इसके बाद एल्गर ने 61 रनों की अहम पारी खेली।
देखें पार्थिव पटेल ने कैसे छोड़ा एल्गर का कैच
कमेंट्री के दौरान गावस्कर पार्थिव की इन गलतियों पर चर्चा कर रहे थे। धोनी बेहतर कप्तान के साथ एक शानदार विकेटकीपर भी हैं, इसलिए गावस्कर को उनकी याद आई। उन्होंने कहा कि धोनी अभी और टेस्ट क्रिकेट खेल सकते थे और वो एक विकेटकीपर बल्लेबाज के रूप में टीम का हिस्सा हो सकते थे।